आगरा। कोरोना संक्रमण काल ने भले ही लोगों की रफ्तार हर स्तर से रोक दी है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग के प्रति जज्बे को नहीं रोक सका। विश्व योग दिवस पर शहर से लेकर गांव तक घर-घर और खुले मैदान में हजारों लोगों ने योग किया। कोरोना संक्रमण को लेकर पार्कों व सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की भीड़ नजर नहीं आई लेकिन लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पार्क में योग किया। सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने अपने घर के सामने वाले पार्क में योग किया तो तामम हिंदूवादी संगठनों के साथ शिक्षक व छात्रों ने भी योग कर दूसरों को भी योग करने के लिए प्रेरित दिया।
प्रो. एसपी सिंह बघेल का कहना था कि योग हमारी पुरानी परंपरा है। प्राचीन समय में ऋषि मुनि भी मस्तिष्क व शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए योग करते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को विश्व में स्थान दिलाया और आज 21 जून को पूरे विश्व में योग दिवस मनाया जाता है। आगरा सांसद ने बताया कि योग के माध्यम से तनाव व टेंशन दूर होता है। कोरोना काल में आगरा मंडल में तकरीबन 150 लोगों के आत्महत्या जैसे मामले सामने आए है। लोग सामाजिक व आर्थिक रूप से डिप्रेशन में आये हैं जिसके कारण लोग आत्महत्या करने पर मजबूर है, हाल ही में एक सेलिब्रिटी सुशांत का उदाहरण सभी के सामने है। इसलिए तनाव को दूर करने के लिए हमेशा योग का सहारा लेना चाहिए। योग से एकाग्रता आती है और तनाव दूर होता है।
रेलवे की सुरक्षा में मुस्तैद केंद्रीय रिजर्व आरपीएफ के जवानों के द्वारा यूँ तो हर रोज योग किया जाता है। योग दिवस के मौके पर भी केंद्रीय रिजर्व आरपीएफ के जवानों ने योग किया और योग के महत्व को समझाया। हालांकि योग करते समय सोशल डिस्टेंसिंग पहले से ही रहती है लेकिन कोरोना संकटकाल को देखते हुए पहले से अधिक शारीरिक दूरी बनाई गई।
आरपीएफ के अधिकारियों का कहना था कि योग शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ाता है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शरीर में इम्युनिटी पावर की आवश्यकता होती है, ऐसे में योग से बड़ा कोई हथियार नहीं हो सकता। यदि हम नियमित योग करेंगे तो निश्चित ही तमाम बीमारियों से दूर रहेंगे। कोरोना संकट काल में पड़े विश्व योग दिवस पर हमें प्रतिदिन अपने घरों पर योग करना चाहिए जिससे हम निरोग बने रहे।