आगरा। कोरोना काल ने शादियों के ट्रेंड को पूरी तरह से बदल दिया है। धूम-धाम और शोर शराबे के बीच होने वाली शादियां इस समय बिलकुल सादगी के साथ हो रही है। शादी में न ही बैंड बजे की धुन सुनाई दे रही है और न ही बारातियों और घरातियों की भीड़ देखने को मिल रही है। रविवार को भी एक शादी इसी तरह से सम्पन्न हुई। कोटा से तीन से चार बाराती आये और इतने ही घराती जुटे। शादी की सभी रस्म लॉक डाउन का पालन करते हुए सम्पन्न हुई, दूल्हा दुल्हन ने मास्क लगाकर फेरे लिये और फिर दूल्हा दुल्हन को लेकर विदा हो गया।
यह शादी शमशाबाद कस्बे की हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संपर्क प्रमुख अरविंद सिंह की बहन बिंदु सिंह की शादी कोटा राजस्थान निवासी प्रवीण सिंह से तय हुई थी। प्रवीण सिंह साउथ अफ्रीका की एक कंपनी में इंजीनियर हैं और बिंदु एमबीए पास हैं। लॉकडाउन के कारण शादी को लेकर विचार हुआ लेकिन तारीख आगे नहीं बढ़ी और तय तारीख पर लॉकडाउन ने नियमों का पालन करते हुए दोनों की शादी हुई। प्रवीण कोटा से तीन से चार बारातियों के साथ शमशाबाद पहुंचे। यहां पर इतने ही घराती जुटे हुए थे। बारातियों का रीतिरिवाजों के साथ स्वागत सत्कार हुआ और शादी की सभी रस्में रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई। कोरोना के नियमों का पालन करते हुए दूल्हा और दुल्हन ने शादी के दौरान मास्क पहने और मास्क लगाकर ही सात जन्मों के सात फेरों को लिया। इसके बाद दूल्हा दुल्हन के साथ बारातियों ने खाना खाया और दुल्हन विदा हो गयी।
कस्बे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संपन्न हुई शादी की चर्चा जोर शोर से हो रही है। लोगों का कहना है कि कोरोना काल ने गरीब और अमीर की शादी के बीच फर्क को मिटा दिया है। अब शादी सादगी के साथ हो रही है फिजूलखर्ची बच रही है। शोर-शराबा भी नहीं सुनाई देता और सादगी के साथ शादी संपन्न हो जाती है। वास्तव में इसी तरह से ही शादियां होनी चाहिए।
इस दौरान दूल्हा बने प्रवीण और दुल्हन बनी बिंदु ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह पल उनके लिए यादगार हैं। सादगी के साथ शादी संपन्न हुई है जो जीवन भर याद रहेगी।