उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के साथ-साथ ब्लैक फंगज़ के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश में आंशिक रूप से कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। लॉकडाउन से सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद एक बार फिर से 1 सप्ताह का लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है लेकिन ऐसे में विद्यार्थियों की शिक्षा लंबे समय तक ना बाधित हो इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर पूर्व में जारी हुए नियमों में परिवर्तन लाने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षण संस्थान बंद चल रही हैं जिनमें अब ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी।
विगत दिनों शिक्षण संस्थानों के साथ ऑनलाइन कक्षाओं पर भी रोक लगा दी गई थी। जिसके चलते छात्र छात्राओं को शिक्षण कार्य में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन शनिवार को कोरोनावायरस संक्रमण के आंकड़ों में आई कमी को देखते हुए और रिकवरी रेट के तेजी से बढ़ने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए 20 मई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए हैं। दिए गए निर्देशों में यह कहा गया है कि बेसिक शिक्षा पर यह नियम लागू नहीं होगा। दरअसल पूर्व में 15 मई तक ऑनलाइन कक्षाओं पर पाबंदी लगाई गई थी।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण पूर्व में जारी हुए सरकारी आदेश में अभी तक 15 मई तक यूपी के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के साथ-साथ ऑनलाइन कक्षाओं पर पाबंदी लगा दी गयी थी, लेकिन अब यूपी में सुधरते हालातों के बाद आंकड़ों में बढ़ोत्तरी नहीं देखी जा रही है ।अब ऐसे में शिक्षण कार्य बाधित ना हो इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। शासन की ओर से आगामी 20 मई से ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि अभी भी ऑफलाइन शिक्षण संस्थान नहीं खुलेंगे।