मथुरा। थाना शेरगढ़ गांव से बालिका वधु की सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन मथुरा ने मामले की शिकायत एसएसपी से की और फिर बालिका वधु के घर दौड़ लगाई। चाइल्ड लाइन संस्था के पदाधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ की तो सभी के होश उड़ गए। बालिका ने बताया कि उसकी उम्र 16 साल की है। वो आगरा की रहने वाली है लेकिन परिवार वालो ने नवंबर 2019 को उसका बाल विवाह ठाकुर विष्णु पुत्र मोहन निवासी गाँव बिडोला थाना शेरगढ़ मथुरा के साथ कर दिया गया। बालिका के अनुसार उसके पति द्वारा उसके साथ मारपीट की जाती है और उससे पढ़ने भी रोका जाता है।
बालिका ने चाइल्ड लाइन सदस्य को बताया कि उसने वर्ष 2019 में कक्षा 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की और उसकी शादी कर दी गयी। बालिका ने कहा कि वह इस शादी को खत्म करना चाहती है और अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती।
बालिका के इन बयानों के आधार पर चाइल्ड लाइन सदस्य पुलिस के सहयोग से बालिका को थाना शेरगढ़ लेकर आये और कानूनी प्रकिया के बाद बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। बाल कल्याण समिति द्वारा बालिका को राजकीय महिला शरणालय मथुरा में आश्रय प्रदान कराने का आदेश किया गया। इसके बाद चाइल्ड लाइन सदस्य द्वारा बालिका को राजकीय महिला शरणालय मथुरा में आश्रय प्रदान कराया गया।
चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर नरेन्द्र परिहार ने बताया कि बालिका ने चाइल्ड लाइन के टोल फ्री न.1098 पर सूचना दी थी कि वो बालिका वधु है और 16 उम्र के वर्ष में ही उसकी शादी कर दी गयी। बालिका को कल्याण समिति के सामने पेश किया गया और राजकीय महिला शरणालय भेज दिया गया है। बालिका के माता पिता को समस्त दस्तावेज लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश होने के आदेश दिए गए है। उसके बाद समिति द्वारा इसमें निर्णय लिया जाएगा। अगर बालिका चाहती है तो बाल विवाह अधिनियम के तहत उसका विवाह शून्य (खरिज) हो सकेगा।