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चंबल नदी खतरे के निशान के पास, बाढ़ चौकी के साथ 8 टीमें तैनात, पल-पल रखी जा रही नज़र

by admin
Chambal river near danger mark, 8 teams deployed with flood post, monitoring is being done moment to moment

Agra. मध्यप्रदेश – राजस्थान में लगातार हो रही बारिश का असर चंबल नदी में दिखाई दे रहा है। बढते जलस्तर से चंबल नदी तेज उफान पर आ गयी। चंबल नदी में एक दिन में दस मीटर से ज्यादा पानी बढ गया जिसने जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी है। चंबल में बढते जलस्तर से प्रशासन ने हाई अलर्ट भी जारी कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने इस अलर्ट को देखते हुए बाढ नियंत्रण चौकी व आठ टीमे बनाकर तटवर्ती गांव में लगा दी है जो पल पल बढते जलस्तर पर नजर बनाये हुऐ है। उपजिलाधिकारी बाह और तहसीलदार बाह भी तटवर्ती गांव में लगातार दौरे कर रहे हैं। प्रशासन ने चम्बल में स्टीमर का सचालन भी बंद करा दिया है।

लगातार मध्यप्रदेश व राजस्थान में हो रही बारिश से मध्यप्रदेश में बहने वाली पार्वती नदी उफान पर है। पार्वती नदी चंबल नदी में आकर मिलती है। इससे पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से चंबल नदी भी तेज उफान पर आ गयी है जिसके कारण मंगलवार रात से चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने लगा जिसका असर दिखाई दे रहा है।

लगभग दस मीटर बढ़ा चंबल का जलस्तर:-

पिनाहट घाट पर लगे मीटर के अनुसार मंगलवार रात नदी का जलस्तर 112 मीटर पर था जो बुधवार सुबह करीब एक बजे तक 117 पर पहुच गया और शाम पांच बजे 122 के करीब था। नदी के बढते जलस्तर का कारण बारिश का पानी ही माना जा रहा है क्योकि चंबल नदी स्थित राजस्थान कोटा बैराज से नदी में पानी छोडे जाने की कोई सूचना नहीं है। नदी में एक साथ दस मीटर पानी बढने से समूचे क्षेत्र में भारी दहशत का माहौल बन गया। प्रशासन ने भी नदी के बहाव को देख हाई अलर्ट कर दिया है। बुधवार दोपहर करीब एक बजे उप जिलाधिकारी बाह अब्दुल बासित चंबल नदी की स्थित को देखने पिनाहट घाट पहुंचे, जहां मौजूद राजस्व विभाग की टीम को निर्देश दिये कि पल पल की खबर पर नजर रखे।

खतरे के निशान से दस मीटर दूर नदी का जलस्तर:-

चंबल नदी में बरसात के कारण जलस्तर आठ मीटर बढ 122 मीटर पर पहुँच गया है जबकि खतरे का निशान 132 मीटर पर है। वर्तमान में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से बस दस मीटर दूर है। नदी में जलस्तर जिस तेजी के साथ बढ़ रहा है उससे खतरे के निशान तक पहुचने मे ज्यादा समय नहीं लगेगा।

प्रशासन ने बनाई बाढ चौकी, तटवर्ती गांवो में तैनात की आठ टीमें:-

उपजिलाधिकारी बाह ने नदी के बहाब को देखते हुऐ बाह स्थित तहसील कार्यालय पर बाढ नियंत्रण चौकी का गठन किया है, साथ ही आठ टीम तटवर्ती गांव में तैनात की गई है।
गांव में पानी भरने पर इन गांवो के लोगों को हर संभव सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

जलस्तर अधिक बढ़ने पर इन गांव में रहता है बाढ़ का खतरा:-

चंबल नदी का जलस्तर बढने से बाह तहसील के रैहा, बरैण्डा, क्योरी बीचकापुरा, बासोनी, गुढा,गहरा, रानीपुरा, भटपुरा, झरना का पुरा, सिमराई, मऊ की मढैया में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। नदी का जलस्तर बढने से इन गांव में सम्पर्क मार्ग बंद हो जाते है।

स्टीमर किया बंद:-

चंबल नदी के बहाब की गति व बढते जलस्तर को देखते हुऐ प्रशासन ने खतरे की आशंका को देखते हुए पिनाहट घाट पर लोक निर्माण विभाग द्वारा आवागमन के लिये संचालित स्टीमर को बंद कर दिया है।

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