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CAA विरोध का तरीका हिंसात्मक नहीं होना चाहिए, जानिए किसने कहा

by admin

आगरा। नागरिकता संशोधन बिल पर हो रहे पूरे देश में बवाल को लेकर आरएसएस ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नागरिकता संशोधन बिल के पूर्ण समर्थन में आ गया है। रविवार को आगरा के सूरसदन प्रेक्षागृह में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया था जिसमें आरएसएस के सरकार्यवाह कृष्णगोपाल बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। कृष्ण गोपाल से पूर्व यहां दो वक्ताओं को मंच से बोलने का मौका दिया गया। जहां एक तरफ आगरा के नौ विधायक, सांसद, मंत्री से लेकर पूरी भारतीय जनता पार्टी और आगरा का शीर्ष नेतृत्व सूरसदन के प्रेक्षागृह में मौजूद था तो वहीं आरएसएस के सरकार्यवाह कृष्णगोपाल के साथ में आगरा के वरिष्ठ समाजसेवी और वरिष्ठ अधिवक्ता करतार सिंह भारतीय को मंच पर बैठने और बोलने को मौका दिया गया था।

नागरिकता संशोधन बिल पर मंच से बोलते हुए करतार सिंह भारतीय ने डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया। करतार सिंह भारतीय ने कहा कि लोग कहते हैं कि बाबासाहेब एक वर्ग विशेष के लिए काम करते थे पर ऐसा नहीं है। बाबा साहब ने राजा के लिए भी काम किया रंक के लिए भी काम किया। पूरे देश को एक साथ में ले जाने का भी काम किया।

वरिष्ठ अधिवक्ता करतार सिंह भारतीय नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अपनी राय रख रहे थे। करतार सिंह भारतीय ने कहा कि हमें नागरिकता कानून संशोधन का सम्मान करना चाहिए हम सब एक हैं धर्म के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन हमारे विचारों में परिवर्तन नहीं है लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि कहीं इस कानून की आड़ में ऐसे लोग हमारे देश में ना घुस आएं जो समाज में भय और हिंसा का वातावरण उत्पन्न करें। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जिन लोगों का विरोध है वह विरोध का तरीका गलत है। यानी विरोध के दौरान हिंसा नहीं होनी चाहिए। यह हिंसा देश में बहुत बड़ी हानि पैदा करता है। अगर आपको नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करना है तो विरोध का तरीका हिंसा नहीं बल्कि दूसरा होना चाहिए।

मंच से नागरिकता संशोधन बिल पर बोलते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता करतार सिंह भारतीय ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर दबी जुबान से अपना समर्थन दे दिया है। मगर इतना भी कह दिया है कि अगर विरोध करना है तो देश को पीछे ले जाने वाला हिंसा का रास्ता न चुने।

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