Home » उंटगन नदी पर बांध बनने से अरबों मीटर जल हो सकेगा संचय, सिविल सोसाइटी ने जिपं अध्यक्ष से की मांग

उंटगन नदी पर बांध बनने से अरबों मीटर जल हो सकेगा संचय, सिविल सोसाइटी ने जिपं अध्यक्ष से की मांग

by admin

Agra. ‘जनपद की सबसे महत्वपूर्ण नदी उटंगन की रिहावली स्थित टेल पर रेग्युलेटर और सेलुस गेट युक्त बांध बनवाया जाए जिससे कि नदी में यमुना के उफान से पहुंचने वाले अरबों घन मीटर पानी का संचय किया जाना संभव हो।’ यह मांग सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने उठाई और इसे जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया के सामने रखी है।

सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि बांध बन जाने से संचित विपुल जलराशि का उपयोग बाह तहसील के पिनाहट व बाह विकास खंडों और फतेहाबाद तहसील के फतेहाबाद विकासखंड गांवों के भूगर्भ जल के रिचार्ज को दृष्टिगत अत्यंत महत्वपूर्ण है। भूजल रिचार्ज का आधार जलभृत व्यवस्था (Aquifer) है और वह उटंगन नदी के पानी पर ही आधारित है। जलाशय से सूख चुकी जलभृत प्रणाली को सुधारा जा सकेगा। वहीं पंप से लिफ्ट कर फतेहाबाद कस्बे और शमशाबाद कस्बे तक ले जायी जा सकती है।

सिविल सोसायटी ऑफ आगरा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष को बताया गया कि अंतर्राज्यीय नदी होने के बावजूद उटंगन नदी के स्वाभाविक जल प्रवाह को फतेहपुर सीकरी के सीमांत खनुआ बांध में राजस्थान इरीगेशन विभाग के द्वारा पानी पहुंचना रोक रखा गया है। वहीं रही सही कसर प्रदेश के सिंचाई विभाग के सिंचाई कार्य तृतीय वृत्त के निचला खंड आगरा नहर के तंत्र की उदासीनता से हो गयी है। उटंगन और उसकी मुख्य सहायक खारी नदी पर सिंचाई विभाग की सहमति से लघु सिंचाई विभाग के द्वारा बनाये गये चेकडैम मानसून कालीन पानी थामने में अनुपयोगी साबित हो चुके हैं। करोडो की राशि खर्च कर बनाये गये इन चैकडैमों में से शायद ही कोई ऐसा हो जो कि सिल्ट से भरा नहीं हो।

चैकडैमों में लगाये जायें रेग्‍युलेटर

सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा का मानना है कि अब पानी को रोकने के साथ ही उसकी अतिरिक्त मात्रा को आगे के लिये डिस्चार्ज करना बडी जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह स्‍थानीय जरूरत के लिये चैक डैम बनाए जाने के विरुद्ध नहीं है किन्तु चाहते हैं कि इन्‍हें अब रेग्‍युलेटर और एस्केप युक्त किया जाए जिससे नदी की तलहटी में सिल्ट जमा होने की समस्या सीमित की जाये।

जिला पंचायत अध्यक्ष भदौरिया का भी मानना है कि इस बांध बनने से जहां मानसून काल में यमुना के उटंगन में पहुंचे उफान को संचित किया जा सकेगा वहीं अरनौटा के अपस्ट्रीम से नदी में पहुंचने वाली जगनेर की बंधियों की जलराशि सहित अन्य स्रोतों से आये पानी को भी संचित किया जा सकेगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि आगामी प्रस्तावित मुख्यमंत्री की आगरा यात्रा में मुख्यमंत्री को रिहावली पर डैम की जरूरत को अवगत कराएंगी।

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