Agra. देश और प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। जिसके कारण युवा वर्ग अपराध की ओर बढ़ रहा है लेकिन इससे भाजपा सरकार को कोई सरोकार नहीं है। यह कहना है आगरा आए बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का जो बसपा के प्रबुद्ध जन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘सदन में बेरोजगारी को लेकर उठाए गए सवाल पर मोदी सरकार के मंत्री ने कहा कि हम युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहे हैं लेकिन स्वरोजगार जरूर दे रहे हैं। स्वरोजगार के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि युवाओं को पकौड़ा स्वरोजगार दिया जा रहा है। युवा पकौड़ा स्वरोजगार कर अपना रोजगार चला सकते हैं।’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर ब्राह्मणों के वोट बैंक को लेकर सियासी राजनीति तेज हो गई है। बहुजन समाज पार्टी भी इस समाज के वोट बैंक को रिझाने के लिए पूरे प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलनों का आयोजन कर रही है। इस सम्मेलन को खुद बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र संबोधित कर रहे हैं। रविवार को आगरा आरबीएस कॉलेज के ऑडिटोरियम में बसपा का प्रबुद्ध जन सम्मेलन में पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे जिन्होंने प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए बसपा कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव में जुटने का आह्वान किया तो वहीं विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है जिसका उदाहरण बिकारू कांड है। जहाँ पर ना कोई अदालत थी, ना कोई कानून, सीधे गोली मारकर फैसला हुआ और उसमें भी आसपास के इलाकों से प्रतिष्ठित ब्राह्मण थे जिन्हें उसमें नामजद किया गया। खुशी दुबे के हाथ में तो मेहंदी तक नहीं छूटी थी, उसे भी घटना में संलिप्त दिखा दिया। उसे बेवजह साल से बंद कर रखा है। उस पर लड़कियों को धमकाने का भी गंभीर आरोप लगा दिया। इस सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जिसने ब्राह्मणों को पूरा सम्मान दिया। 2007 से 2012 की सरकार याद कीजिए। बसपा सुप्रीमो ने ब्राह्मणों को आगे बढ़ाने का काम किया था। उनका उदाहरण मैं खुद हूं। ब्राह्मण आज 13% हैं। आप एक हो जाइए, आप भगवान परशुराम के वंशज हैं, एक भी अत्याचारी आप को रोक नहीं पायेगा। बहन जी पर बीजेपी ने झूठे मुकदमे फसाकर उन्हें डराने धमकाने का काम किया लेकिन कुछ नहीं हुआ। बसपा ने ब्राह्मणों को हिस्सेदारी के हिसाब से टिकट देने का काम किया।
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वह अपना धर्म बताएं। जब मैं अयोध्या में गया था तब भाजपा ने तमाम सवाल खड़े कर दिए थे, क्या केवल भाजपा के लोग अयोध्या जा सकते हैं। इन लोगों ने ठेका ले रखा है वहां कौन दर्शन करेगा, कौन चंदा लेगा और उसके बाद कौन उनके नाम से वोट लेगा।
प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए बसपा महासचिव ने कहा कि पहले हम अंग्रेजों के गुलाम थे लेकिन एक बार फिर हम गुलामी की ओर बढ़ रहे हैं और इस बार हम देश के कुछ चुनिंदा व्यापारियों के गुलाम होंगे जिनको पूरा समर्थन मोदी सरकार का है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के इस बार चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि यह तो बहुत अच्छी बात है। उन्हें भी चुनावी मैदान में उतरना चाहिए जिससे उन्हें भी पता चल सके कि जनता चुनाव में उनका क्या हश्र करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि और नेता गरीबों की झोपड़ी में जाकर उनको सम्मान व मदद करने का झूठा दिखावा करते हैं जबकि बसपा सुप्रीमो कभी भी किसी गरीब के घर नहीं पहुंची बल्कि उस व्यक्ति को गरीबी से निकालकर उसे उसके खुद के घर में पहुंचाने का काम किया।
चुनाव में गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में बसपा किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पूरा चुनाव बसपा अकेले और कार्यकर्ता के बल पर लड़ेगी और पूर्ण बहुमत से प्रदेश में बसपा की सरकार होगी, क्योंकि सर्व समाज का समर्थन बसपा को भरपूर मिल रहा है।