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पार्टी से बगावत करके निकाय चुनाव लड़ने वालों पर भाजपा ने की कार्रवाई, 6 साल के लिए निष्कासन

by admin
BJP's national executive meeting: Discussion of these names for UP state president

Agra. नगर निकाय और पंचायत चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी से बगावत करके खुद या फिर अपने किसी परिजन को लड़ाने वाले भाजपा नेताओं पर आखिरकार गाज गिर ही गई। प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश भूपेन्द्र चौधरी के निर्देशानुसार नगर निकाय चुनाव 2023 में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के विरोध में स्वयं अपनी पत्नी या अन्य को चुनाव लड़ा रहे चार भाजपा नेताओं को निष्कासित कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की इस कार्रवाई से संगठन में हड़कंप मचा हुआ है।

आपको बताते चलें कि भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलकर अपनी पत्नी या अपनी परिजन को चुनावी मैदान में उतार दिया है। इन कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रत्याशियों के सामने चुनौती खड़ी कर दी है जिससे सीधे-सीधे विपक्षी दलों को लाभ मिल सकता है। भले ही यह कार्यकर्ता पार्टी संगठन के साथ खड़े हो लेकिन अंदरूनी पार्टी से बगावत का बिगुल फूंके हुए थे।

ऐसे ‘बागी कार्यकर्ता’ कहीं न कहीं भाजपा के लिए हार का कारण न बन जाये। इसलिए पार्टी संगठन को चुनौती देने वाले और पार्टी से बगावत करने वाले ऐसे कार्यकर्ताओं की भाजपा ने अंदरूनी सूची तैयार करा ली। भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाहा ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के निर्देश मिलते ही आगरा में चार कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई कर दी।

इनमें जिला कोषाध्यक्ष अवनीशकान्त गुप्ता, खेरागढ़ के निवर्तमान चेयरमैन अनिल गर्ग, जगनेर के निवर्तमान चेयरमैन कुलदीप गर्ग और फतेहपुरसीकरी नगर के मण्डल महामंत्री योगेन्द्र लोधी शामिल हैं। जिला अध्यक्ष ने ऐसे चारों कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

सूत्रों की मानें तो भाजपा में जिले से लेकर महानगर तक काफी संख्या में ऐसे कार्यकर्ता चिन्हित किये गए हैं, जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। खुलकर तो कुछ लोग पर्दे के अंदर से भाजपा के प्रत्याशी को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। ऐसे कार्यकर्ताओं की जानकारी संगठन तक पहुंच गई है। माना जा रहा है कि नगर निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा में बड़े स्तर पर ऐसे कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही हो सकती है।

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