आगरा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के नाम के बीच में रामजी जोड़ने पर पूरे देश की सियासत गरमा गई है। बसपा प्रमुख मायावती जहां एक तरफ भाजपा पर हमलावर हुई हैं तो वहीं ताजनगरी आगरा के बीजेपी विधायकों ने बसपा प्रमुख मायावती पर हमला बोल दिया है।
बताते चलें कि बाबा साहब के नाम के आगे रामजी जोड़ने पर पूरा देश की सियासत गर्म है। जहां एक तरफ बसपा इसको गलत बताती है वहीं भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहब के नाम के साथ में उनके पिता जी को नाम जोड़ने का भी प्रस्ताव रखा है।
भाजपा के विधायक और मेयर मायावती पर तीखी टिप्पणी कर रहे हैं। आगरा के महापौर नवीन जैन ने बसपा प्रमुख मायावती के लिए साफ कहा कि मायावती बाबा साहब को एक वर्ग तक सीमित रखना चाहती हैं। मायावती का जनाधार खिसक रहा है। महापौर नवीन जैन ने कहा कि मायावती वोटो की सौदागर है। 5 साल बाद दलित समाज मायावती का नाम नहीं लेगा।
आगरा छावनी के विधायक डॉ जी एस धर्मेश ने कहा कि मुख्यमंत्री के समय मायावती ने अपना भला किया। दलित छात्रों का वजीफा तक नहीं दिया और मायावती यह भ्रांति निकाल दे कि मुख्यमंत्री रहते हुए सारे दलितों का भला होगा। विधायक डॉ जी एस धर्मेश ने साफ कहा कि मायावती को गठबंधन से लाभ नहीं मिलेगा। जहां जहां पर सपा कैंडिडेट चुनाव लड़ेंगे वहां प्रत्याशियों को दलितों का वोट तो मिलेगा पर बसपा के प्रत्याशियों को दलितों का वोट नहीं मिलेगा जिसका सीधा लाभ भाजपा को होगा।
आगरा ग्रामीण विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने टिप्पणी करते हुए बसपा प्रमुख मायावती को कहा कि खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे। भाजपा ने कभी दलितों को बांटने की राजनीति नहीं की।
इसके अलावा आगरा खेरागढ़ विधायक महेश गोयल आंबेडकर के नाम के आगे पिता का नाम जोड़ने पर बसपा प्रमुख मायावती पर अपनी टिप्पणी की है। विधायक महेश गोयल ने मायावती के लिए कहा कि जब मृत्यु आती है तो आदमी छटपटाता है। मायावती का अंत निश्चित है। मायावती ने जो कर्म किए हैं उसको भुगतना पड़ेगा। मायावती और पार्टी का अंत निश्चित है।