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सुल्तानपुरा पटाखा अग्निकांड के पीड़ित व्यापारियों की मदद को आगे आये भाजपा नेता

by admin

आगरा। छोटी दीपावली पर आगरा कैंट सुलतानपुरा की पटाखा दुकानों में आग लग गई थी। इस भीषण अग्निकांड में दर्जनभर दुकाने देखते ही देखते राख के ढेर में बदल गई, साथ ही कई दुपहिया वाहन भी चपेट के आकर जलकर खाक हो गए थे। पीड़ित पटाखा विक्रेताओं को मदद दिलाने के लिए भाजपा के कुछ नेता सक्रिय हो गए।

सोमवार को भाजपा नेता व पूर्व विधायक गुटीयारी लाल पीड़ित पटाखा विक्रेताओं से मिलने के लिए पहुंचे। पूर्व विधायक गुटियारी लाल दुबेश ने पीड़ित दुकानदारों से मुलाकात की और हादसे की पूरी जानकारी ली। इतना ही नही दुकानदारो के साथ घटना स्थल का भी जायजा लिया। मौके पर ही पूर्व विधायक ने एडीएम सिटी से बात भी की और पीड़ित दुकानदारों को सरकार से हरसंभव मदद दिलाने का अश्वासन दिया।

मामला छावनी विधानसभा से जुड़ा हुआ था। हाल ही में बसपा से भाजपा में शामिल हुए इसी क्षेत्र के पूर्व विधायक को पीड़ित पटाखा व्यापारियों के पास जाने की सूचना पर छावनी विधानसभा के विधायक व राज्य मंत्री डॉक्टर धर्मेश भी पीड़ित पटाखा विक्रेताओं से मिलने पहुंच गए। पीड़ित पटाखा विक्रेताओं ने राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश के सामने भी अपनी पीड़ा रखी और मदद मांगी। राज्यमंत्री ने तुरंत मौके से जिलाधिकारी से इस संबंध में बात भी की।

इस अवसर पर राज्यमंत्री डॉ जीएस धर्मेश के तीखे तेवर भी देखने को मिले। राज्यमंत्री धर्मेश का कहना था कि जब प्रशासन की ओर से एनसी वैदिक स्कूल के पास खाली ग्राउंड में पटाखे की दुकान लगाने के लाइसेंस दिए गए थे तो पर्याप्त व्यवस्था में सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किए गए। अगर फायर बिग्रेड की गाड़ियां पास में होती तो आग पर जल्द काबू पाया जा सकता था लेकिन इस भीषण हादसे में सभी दुकानें जलकर राख हो गई। इसमें व्यापारियों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया।

राज्यमंत्री के तीखे तेवर देखकर प्रशासन भी हरकत में आया और मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट पहुंच गए। सिटी मजिस्ट्रेट ने व्यापारियों से वार्ता की और सर्वे कर व्यापारियों की नुकसान की जानकारी ली। इस मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट का कहना था कि व्यापारियों से वार्ता कर उनके नुकसान की जानकारी ली गई है इस रिपोर्ट को सरकार तक भेजा जाएगा जिससे मुख्यमंत्री राहत कोष एवं की मदद की जा सके।

फिलहाल कुछ भी हो लेकिन एक पटाखे ने देखते ही देखते पल भर में पटाखा व्यापारियों को कंगाल बना दिया। तमाम पटाखा विक्रेता ऐसे थे जिन्होंने कर्ज लेकर दुकानें सजाई थी लेकिन उम्मीदों पर ऐसा पानी फिर गया। सभी विक्रेता कर्जदार बन गए है। दिवाली पर पटाखा विक्रेताओं का दिवाला निकल गया। पटाखा विक्रेता अब सरकार के नुमाइंदों की तरफ देख रहे हैं। सभी विक्रेताओं को उम्मीद है सरकार के नुमाइंदे उनकी मदद जरूर करेंगे। देखना होगा भाजपा नेताओं द्वारा दिया गया अश्वासन कितना रंग लाता है।

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