Agra. ‘भाजपा पार्टी कई दशकों से राम को बेच रही है। इस चुनाव में भी एक बार फिर प्रभु राम के साथ अयोध्या काशी और मथुरा को बेचे जाने की तैयारी है। भाजपा प्रभु राम को बेच कर ही राजनीति के पायदान में आगे बढ़ी और सत्ता में आई। अब उन्हीं को बेचकर सत्ता में रहना चाहती है’, यह कहना है एआईसीसी पर्यवेक्षक सुनील शर्मा का। मून ब्रेकिंग से रूबरू होते एआईसीसी पर्यवेक्षक सुनील शर्मा ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और उन्हें प्रभु राम को राजनैतिक व्यापार बना देने की बात कही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील शर्मा को एआईसीसी ने छावनी विधानसभा का पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है। इस सीट पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर है। इसलिए आगरा आगमन के बाद से ही कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ छावनी विधानसभा सीट का भ्रमण कर उसमें व्याप्त समस्याओं और मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे है।
कांग्रेस पर्यवेक्षक सुनील शर्मा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने भगवान राम को एक ही पार्टी का बना दिया है। भाजपाइयों की नजर में वही सच्चा हिन्दू है जो भाजपा का झंडा उठाये और वही सच्चा राम भक्त भी है। पर्यवेक्षक सुनील शर्मा ने कहा कि में भी सच्चा ब्राह्मण हूं, सच्चा हिन्दू हूँ। राम की पूजा मैं भी करता हूं लेकिन भाजपाइयों की नजरों में मैं हिंदू विरोधी हूं क्योंकि मैं कांग्रेसी हूं।

पर्यवेक्षक सुनील शर्मा ने कहा कि कई दशकों से भाजपा ने देश की राजनीति में मजबूत पकड़ हेतु राम को बेचा लेकिन अब लोगों की समझ में पूरा मामला सामने आने पर अब काशी और मथुरा पर जोर दे रहे हैं। काशी में कॉरिडोर बना रहे हैं तो मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने का नारा दिया जा रहा है।
पर्यवेक्षक सुनील शर्मा ने कहा कि अब कई दशक हो चुके हैं। धर्म और राम के नाम पर राजनीति भी खूब हो गयी है और विकास के नाम पर सभी मामले सिफर है। आम व्यक्ति रोजगार चाहता है, सुरक्षा चाहता है और विकास चाहता है लेकिन वर्तमान सरकार आज भी लोगों के धयान को इन मुद्दों से हटाने के लिए राम के साथ काशी और मथुरा की बात करने लगी है लेकिन इस बार भाजपा को यही जनता जबाव देगी।