त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में लूट व हत्या करने वाले गिरोह की गिरफ्तारी के बाद से एक के बाद एक नए खुलासे सामने आ रहे है। इस गिरोह के पूछताछ में रेलवे पुलिस को एक ऐसे गैंग का पता चला है जिसे महिलाएं ऑपरेट कर ट्रेनों में वारदातो को अंजाम दे रही है। महिलाओं का यह गिरोह बाकायदा ट्रेनों में रिजर्वेशन कराकर चलता हैं। रात को चुपके से अटैची, पर्स और अन्य सामान चुराकर किसी स्टेशन पर उतर जाती हैं। इस गैंग में दिल्ली, लखनऊ, बिहार, मध्यप्रदेश और मुंबई तक की महिलाए शामिल हैं जो एल दूसरे को सुंदरी के नाम से पुकारती हैं।
पिछले दिनों रेलवे पुलिस ने त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में वारदात को अंजाम देने वाले शातिरों को गिरफ्तार किया था जिसमे एक महिला भी शामिल थी। रेलवे पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो महिलाओं के गैंग की जानकारी हुई। महिलाओं का यह गैंग रात में ही वारदातों को अंजाम देता हैं। आमतौर पर यह गैंग उस कोच में ज्यादा वारदात को अंजाम देता हैं जहां भीड़ ज्यादा रहती है। इस गैंग में 11 महिलाएं हैं। आमतौर पर लंबी दूरी की ट्रेन को निशाना बनाया जाता है। वारदात करने के बाद किसी भी स्टेशन पर उतर जाती हैं और वहां एक दो दिन आराम करने के बाद आगे बढ़ती हैं।
एसपी रेलवे जोगिंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों से जो भी नेटवर्क सामने आया है उस पर काम किया जा रहा है। जो महिलाएं वारदात कर रही हैं उनकी भी तलाश की जा रही है। इस गिरोह में शामिल युवतियां अच्छे कपड़े पहनती हैं। सज धजकर रहती हैं। यात्रियों को अपनी बातों से इतना प्रभावित कर देती हैं कि वह इन पर विश्वास कर लेते हैं। बस इसी बीच यह युवतियां अपने पर्स से बिस्किट, चाकलेट या फिर खाने की कोई चीज निकालकर इन्हें देंगी और बेहोश कर देंगी। बाद में सारा सामान लेकर चंपत हो जाती हैं।
एसपी रेलवे का कहना है कि एसी कोच में भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। आगरा से दिल्ली तक जहरखुरान के ही हर महीने बीस से तीस केस हो ही जाते हैं। दिल्ली का एक परिवार भी पिछले दिनों इस गैंग का शिकार हुआ है। दंपती आगरा से दिल्ली जा रहे थे। युवती ने खुद को छात्रा बताया था। यह दंपती सो गया। जब आंख खुली तो न उनका सामान था और न ही वो युवती जो उनके पास बैठी हुई थी।