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भजन सत्संग दान पुण्य कभी नष्ट नहीं होता-संजय कृष्ण सलिल

by pawan sharma

आगरा। कमला नगर स्थित होटल सेलिब्रेशन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में पूज्य महाराज डॉक्टर संजय कृष्ण सलिल महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा में बताया कि भगवान राम और कृष्णा स्वयं पूर्ण अवतार हैं ध्रुव जी के प्रसंग में महाराज जी ने बताया कि माता के कहने पर उन्होंने गृह त्याग दिया था। माता ने उनसे कहा कि बेटा तुम भजन करो तुम्हें पिता की गोद क्या, सब कुछ मिल जाएगा। भजन में बहुत बड़ी शक्ति होती है। कमाया हुआ धन नष्ट हो जाता है, किया हुआ भोजन भी विकार पैदा कर सकता है परंतु किया हुआ भजन सत्कर्म पुण्य दान यज्ञ हित कभी नष्ट नहीं हो सकता है। ध्रुव जी ने भजन किया परमात्मा को स्वयं दर्शन देने के लिए अपितु गोविंद स्वयं भक्त के दर्शन करने के लिए आए।

भक्त अजामिल संसार्गीक दोष के कारण पतित हो जाता है संतों की कृपा निमित्त बनती है पुत्र के नाम के कारण प्रभु के धाम की प्राप्ति होती है प्रभु के नाम से संसार के बंधन कट जाते हैं चतुर्थ पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है यमदूत कुछ बिगाड़ नहीं सकते हैं किसी भी प्रकार से मन को कृष्ण के चरणों में लगा देना चाहिए।

कथा में सुरेश चंद अग्रवाल, अनिल मित्तल, अरुण मित्तल,नीतू बंसल, ऋषिक मांगलिक उपस्थित रहे।

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