आगरा। शमसाबाद के लहर पट्टी प्राथमिक विद्यालय में उस समय अफरा तफरी मच गई जब स्कूल के प्रधानाध्यापक को लखनऊ से आई एंटी करप्शन विभाग की टास्क फोर्स ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। बताया जाता है कि प्रधानाध्यापक डीएलएड छात्र को ट्रेनिंग कराने के लिए दस हजार रुपये रिश्चत मांग रहा था। जिसकी शिकायत छात्र ने एंटी करप्शन विभाग में की थी। इस शिकायत पर डीआइजी एंटी करप्शन ने लखनऊ से टास्क फाेर्स को भेजा था। आगरा और लखनऊ संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपित शिक्षक को 5 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
डीएलएड छात्र ने की थी शिकायत
डीआइजी एंटी करप्शन लखनऊ राजीव मल्होत्रा ने बताया कि शमसाबाद के मोहल्ला हरसहाय खिड़की निवासी विष्णु चौहान ने लहरपट्टी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक भैरव नाथ झा के खिलाफ शिकायत की थी। विष्णु चौहान का आरोप था कि डीएलएड प्रथम सेमेस्टर का प्रशिक्षण प्राथमिक विद्यालय लहर पट्टी में कराने के लिए प्रधानाध्यापक उससे दस हजार रुपये रिश्वत मांग रहा है। आरोपित बास महुआ शमसाबाद का रहने वाला है। आरोपित शिक्षक की जांच कराने पर शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए लखनऊ से एंटी करप्शन विभाग की टास्क फोर्स भेजी गई थी।
मेरठ कोर्ट में होगी पेशी
टास्क फोर्स इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी और आगरा एंटी करप्शन विभाग के इंस्पेक्टर संजय यादव की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार की दोपहर आरोपित प्रधानाध्यापक भैरव नाथ झा को दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जब टीम में आरोपी को पकड़ा तो वह बिगड़ गया और जमीन पर ही गिर गया जिस पर टीम उसे उठा कर ले गयी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। डीआइजी ने बताया आरोपित प्रधानाध्यापक के खिलाफ हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उसे मेरठ की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा।