आगरा । जयपुर हाउस स्थित भाजपा के ब्रज प्रांत कार्यालय के नजदीक बनी मजार के पास मदन मोहन रावत खोजी बाबा द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ प्रस्तावित था । लेकिन यह कार्यक्रम पुलिस की मुस्तैदी के चलते संपन्न नहीं हुआ। लेकिन उनके कार्यक्रम से पहले खोजी बाबा को पुलिस ने घर में ही नजर बंद कर दिया। इस दौरान खोजी बाबा का कहना है कि सन 2010 तक मजार का एरिया आठ से 10 फीट था, लेकिन अब यह बढ़कर करीब 50 वर्ग गज हो गया है। इसी के विरोध में खोजी बाबा ने मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था।
बता दें गौ सेवक मदन मोहन रावत जिन्हें लोग खोजी बाबा के नाम से भी जानते हैं उनके द्वारा 12 जून को जयपुर हाउस स्थित भाजपा ब्रज प्रांत कार्यालय के नजदीक मजार के पास हनुमान चालीसा के पाठ का कार्यक्रम प्रस्तावित था ,जिसे प्रशासन ने नहीं होने दिया और इसके पीछे की वजह ताज नगरी की फिजा न बिगड़ने पाए थी। जब खोजी बाबा से सांप्रदायिकता की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि वह मजार के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करने जा रहे थे बल्कि मजार और बीजेपी कार्यालय के बीच और शासन के आदेश की अवहेलना को लेकर उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ रखा था।
बता दें कि खोजी बाबा जब घर से निकलने को थे तभी पुलिस ने उन्हें दिन भर उनके घर में ही नजरबंद किए रखा, जिससे खोजी बाबा उर्फ मदन मोहन रावत गौ सेवक हनुमान चालीसा का पाठ मजार के पास नहीं कर सके। दरअसल शांति व्यवस्था भंग ना हो इसके लिए पुलिस ने खोजी बाबा पर नजर बनाए रखी और उन्हें घर पर ही नजरबंद कर दिया। इसके अलावा घर के आस-पास भी कड़ा पहरा रहा, जिससे शहर के माहौल में किसी प्रकार की अशांति नहीं फैल सकी।