आगरा। एससी एसटी एक्ट को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद दलित समाज की ओर से सोमवार को उग्र प्रदर्शन किया गया। जगह-जगह तोड़फोड़ हुई आगजनी हुई जिसमें कई लोग घायल भी हो गए तो वहीं दूसरी तरफ अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में दलित समाज की ओर से बुलाए गए भारत बंद आवाहन को गलत बताया।
इस बैठक में महासभा के पदाधिकारियों का कहना था कि सर्वोच्च न्यायालय ने जो आदेश दिया है उसका सभी को पालन करना चाहिए। अगर किसी बात पर नाराजगी थी तो उसे शांति से भी व्यक्त किया जा सकता था। आगजनी तोड़फोड़ कर दलित समाज ने अपना दूसरा चेहरा सबके सामने रखा है।
इस बैठक के दौरान अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का समर्थन किया। उनका कहना था कि एससी एसटी एक्ट के तहत सबसे अधिक उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं। इसका दलित समाज दुरुपयोग कर रहा है। इसमें संशोधन होता है तो उसे दलित समाज को स्वीकार करना चाहिए।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि इस एक्ट में वास्तव में संशोधन होना चाहिए और सरकार की ओर से दायर की गई पुनर्विचार याचिका के बाद सर्वोच्च न्यायालय का जो आदेश आएगा उसे सभी को मानना होगा चाहे वह किसी भी पक्ष में हो।