आगरा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के विरोध में घटना के तीसरे दिन भी देशवासियों में आक्रोश देखने को मिला। इस हमले में शहीद हुए जवानों को अंतिम विदाई दी जा रही थी तो देशभर के लोग सड़कों पर नजर आए। ऐसा ही नजारा आगरा जिले में देखने को मिला। शहीदो के सम्मान और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए व्यापारी संगठन की ओर से बंद का आहवान किया था। इस आहवान में हर व्यापारी ने अपनी मौजूदगी जताई। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आगरा शहर का हर छोटा बड़ा बाजार बंद था।

बाजार बंद के दौरन व्यापारी बाहर तो निकला लेकिन इस हमले का विरोध करने के लिए। व्यापारियों के तमाम संगठनो के साथ आम जनमानस ने इस हमले की निंदा करते हुए पाक पर कार्यवाही की मांग को लेकर पाक का पुतला फूंका। अपना आक्रोश व्यक्त किया और पाक को सीधे मुँहतोड़ जबाब देने की मांग की। विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ समाजिक संगठनो ने आतंकवादियों के साथ साथ पाकिस्तान का पुतला बनाया और उस पर जमकर जूते चप्पल बरसाए। उस पुतले को जूते चप्पल की माला पहनाई और इस घिनोने कृत्य के लिए इस पुतले को गंदगी से भरे नाले में फेंक दिया और सरकार से आतंक की गंदगी को इसी जगह पहुँचाने की मांग की।
यह विरोध प्रदर्शन यही नही रुका। भाजपा, सपा, बसपा के साथ कंग्रेसियो ने जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए। सभी ने एक स्वर में इस कायराना हमले की निंदा की और भारत सरकार से मांग की कि समय आ गया है कि अब सेना के साथ आम व्यक्ति को खुली छूट मिले और पाक का विश्व के नक्से से नामो निशान मिट सके।
इस दुख की घड़ी में देश के साथ खड़ा हुआ। हर व्यक्ति शाम को शहीद स्मारक पर पहुँचे जहाँ लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और शहीद स्मारक पर मोमबत्ती जलाकर शहीदो को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सभी के अश्रु भी निकले। लोगों का कहना था कि इस हमले में 40 जवान ही शहीद नही हुए बल्कि 40 परिवार शहीद हुए है। कत्ले आम का यह सिलसिला रोकने का वक्त आ गया है। लोगों ने सरकार से खून के बदले खून की मांग की।