Agra. अमेरिकी नागरिकों को लोन और नौकरी का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाने वाले गैंग का आगरा पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस गैंग के पास से 8 लैपटॉप बरामद किए हैं जिनमें से 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों का डाटा बरामद हुआ है। पुलिस अब डाटा की मदद से यह पता कर रही है कि गैंग ने कितने लोगों से अपने खाते में रकम जमा कराई है। आगरा पुलिस ईमेल के माध्यम से उन सभी अमेरिकी नागरिकों से संपर्क कर रही है जिनसे धोखाधड़ी की शिकायत मिलेगी उसे इस मुकदमें में शामिल किया जाएगा।
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि खंदारी स्थित गुलमोहर वाटिका से सिकंदराराऊ के गौसगंज निवासी गौरव तोमर, जगजीत नगर निवासी आशीष शर्मा और आजमपाड़ा शाहगंज निवासी वसीम को गिरफ्तार किया गया है। तीनों ठगी का गिरोह चला रहे थे। आरोपी अमेरिकी नागरिकों से जूम एप और कॉल करके संपर्क करते थे और उन्हें लोन व नौकरी का झांसा देकर ठगी करते थे। अपनी बातों में फंसाकर 20 से 40 डॉलर खाते में ई वाउचर की मदद से जमा कराते थे जिन लोगों को लोन मिल जाता था। उनसे कमीशन भी लिया करते थे। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों का डाटा-
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों के पास से 8 लैपटॉप बरामद हुए हैं। प्राथमिक जांच में पुलिस ने 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों का डाटा इन लैपटॉप से मिला है। इनमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि की जानकारी है। पुलिस ने कुछ लोगों से संपर्क किया है लेकिन कोई बात नहीं हो सकी है। अब पुलिस ईमेल करके लोगों से संपर्क करेंगे और शिकायत मिलेगी तो उसे इस केस में शामिल किया जाएगा। क्योंकि पुलिस के पास कोई शिकायत नहीं है, यह भी नहीं पता चला है कि कितने लोगों से कि धोखाधड़ी हुई है।
16 मोबाइल भी हुए बरामद-
पकड़े गए तीनों युवक शातिर हैं। पुलिस ने इनके पास से लगभग 16 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इनमें सैकड़ों लोगों के नंबर है। मोबाइल फोन की जांच की जा रही है और कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है। देखा जाएगा कि यह गैंग के साथ कोई और तो नहीं जुड़ा है।
शिक्षित है आरोपी, एक है इंजीनियर-
पुलिस ने बताया कि आरोपी गौरव बीटेक से इलेक्ट्रिक इंजीनियर है तो वहीं वसीम स्नातक और आशीष बीकॉम पास किए हुए हैं। गौरव इस कार्य के लिए वसीम व आशीष को महीने पर 22-22 हजार रुपए दिए जाते थे। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी गौरव बीटेक पास है उसने आरबीएससी कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है। वह दिल्ली में नौकरी करने गया था मगर 8 महीने बाद ही नौकरी छोड़ दी। उसे किसी ने बताया कि लोगों को कॉल करके आसानी से ठगा जा सकता है। उसने 2018 में कंपनी का पंजीकरण कराया और कंपनी खोली।
फर्राटे दार अंग्रेजी बोलते है आरोपी-
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी फराटे दार अंग्रेजी बोलते हैं। अमेरिकी नागरिकों को पहले ईमेल करते हैं इसके बाद उनसे कॉल आने पर अंग्रेजी में ही बात करते हैं। यह अहसास नहीं होने दिया जाता कि वह भारत से बोल रहे हैं
माँ के खाते में कराते थे पैसा जमा:-
एसपी सिटी ने बताया कि गौरव वैल एजुकेटेड है, उसको मालूम था कि डॉलर को बदलने पर टैक्स लगता है। इसलिए वह अपनी मां के खाते में ही ई बाउचर के माध्यम से पैसा जमा कराता था। इसके बाद उसे अपनी मां के खाते से निकाल लेता था। इसकी जानकारी के बाद पुलिस काफी की डिटेल निकलवा रही है। इससे पता चल जाएगा कि खाते में कितनी रकम जमा हुई और कब कब निकाली गई।