आगरा। एक तरफ पुलिस विभाग के आला अफसर आगरा पुलिस की छवि सुधारने में लगे हुए हैं। अपराध और अपराधियों के खात्मे के लिए लगातार धरातल पर कार्य कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ कुछ पुलिसकर्मी की हरकतों की वजह से आगरा पुलिस की छवि खराब हो रही है। हैरत की बात यह है कि पिछले 1 महीने के अंदर तीन सिपाहियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए हैं। शहर और देहात के अलग-अलग स्थानों में नामजद इन सिपाहियों की करतूतों से आगरा पुलिस की छवि खराब हो रही है। शहर और देहात के अलग-अलग थानों में तीन सिपाहियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम किया गया है जिससे आगरा पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है।
तीन थानों में नामजद सिपाहियों पर गंभीर आरोप लगा है। डौकी थाने में नामजद सिपाही पर युवती को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के लिए नामजद किया गया है। जगदीशपुरा थाने में नामजद सिपाही पर बहू से छेड़खानी का आरोप लगा है और मलपुरा थाना क्षेत्र में नामजद सिपाही पर घर में घुसकर मारपीट और गुंडई करने का आरोप लगा है।
पीड़ित पक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि गंभीर धाराओं में नामजद खाकीवर्दीधारियों को बचाने के लिए खाकीवर्दीधारी प्रयास कर रहे हैं। पुलिस की गुंडई, मारपीट, छेड़खानी और युवती को आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने में नामजद सिपाही अब थाने और पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। सिपाहियों की करतूत से आगरा पुलिस की छवि के दामन पर दाग लगा है। जहां एक तरफ आगरा पुलिस के आला अफसर लगातार पुलिस की छवि सुधारने पुलिस और पब्लिक के बीच सामंजस्य बैठाने, शासन के आदेशों का शत-प्रतिशत पालन कराने, अपराध और अपराधियों के खात्मे के लिए प्रयास कर रहे हैं तो वहीं आगरा पुलिस के चंद सिपाही आगरा पुलिस की छवि को धूमिल कर रहे हैं। अब देखना होगा कि गंभीर धाराओं में नामजद इन सिपाहियों पर पुलिस अधिकारी क्या एक्शन लेते हैं।