आगरा। लॉकडाउन के बीच छोटे बच्चों के जन्मदिन मानते और उन्हें उपहार देते हुए पुलिस को कई बार देखा गया लेकिन शुक्रवार को आगरा शहर की पुलिस ने जो किया उसे देख कर हर कोई पुलिस की तारीफ करते नहीं रुक रहा था। शुक्रवार शाम को पुलिस के आलाधिकारी अपने अधिनस्थों के साथ ताजगंज थाना क्षेत्र में ढेर सारे खिलौने लेकर प्रवासी मजदूरों के पास पहुँचे, पुलिस ने शहर में रुके प्रवासी मजदूरों के बच्चों को उनकी पसंद के खिलौने दिए। खिलौने पाकर सभी बच्चे काफी उत्साहित नजर आए तो वहीं उनके अभिभावकों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
बॉलीवुड की एक फ़िल्म का गीत ‘आया रे खिलौने वाला खेल खिलोने लेकर आया रे’ गीत को आगरा पुलिस ने चरितार्थ कर दिया। एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे और सीओ सदर विकास जायसवाल अधिनस्थों के साथ ढेर सारे खिलौने लेकर ताजगंज थाना क्षेत्र में पहुँचे। अस्थाई झोपड़ी बनाकर उनमें रुके प्रवासी मजदूरों के बच्चों को पुलिस ने खिलौने दिए। खिलौने देखकर लगभग 50 छोटे बच्चे एकत्रित हो गए। फिर क्या था पुलिस अधिकारियों ने बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए लाइन में खड़ा किया और फिर सभी को उनकी पसंद के खिलौने दिए। एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे और सीओ विकास जायसवाल ने बच्चों को खिलौने देने के साथ उन्हें प्यार भी किया और गले लगाया।
लॉकडाउन के कारण बच्चों को उनकी पसंद की खाने की वस्तु नहीं मिल रही लेकिन खिलौने मिलने से बच्चों की यह शिकायत जरूर दूर हो गयी। खिलौने पाकर बच्चे बेहद खुश थे और तालियां बजाकर अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे। बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर पुलिस के चेहरे पर भी खुशी की मुस्कान थी।
सीओ सदर विकास जायसवाल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की हर सम्भव मदद की जा रही है। लगातार प्रवासी मजदूर अपने गंतव्य के लिए निकला है जो प्रवासी मजदूर रुके हुए हैं, उनके बच्चों को खुशी देने के लिए आज खिलौनों का वितरण किया गया है। खिलौने पाकर बच्चे बेहद खुश दिखाई दिए।