आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर में ऐलिवेटिड स्टेशन के प्लेटफॉर्म की छत का निर्माण शुरू कर दिया है। पीईबी स्ट्रक्चर के जरिए आगरा मेट्रो के ऐलिवेटिड स्टेशनों की छत का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही डिपो परिसर में स्टेब्लिंग शेड, पिट व्हील लेथ एवं इंटीग्रेटिड वर्कशॉप में पीईबी स्ट्रक्चर को कवर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के तीन ऐलिवेटिड मेट्रो स्टेशन (ताज ईस्ट गेट, बसई एवं फतेहाबाद रोड) का सिविल निर्माण कार्य पूरा हो गया। फिलहाल, तीनों स्टेशनों पर फिनिशिंग कार्य किए जा रहे हैं। ताज ईस्ट गेट एवं बसई मेट्रो स्टेशन पर पीईबी स्ट्रक्चर के जरिए छत का निर्माण शुरू हो गया है। बता दें कि ऐलिवेटिड स्टेशन की छत निर्माण हेतु क्रेन की मदद से पीईबी स्ट्रक्चर के विभिन्न भागो को प्लेटफॉर्म तक पहुंचाया जाता है। इसके बाद पीईबी स्ट्रक्चर के विभिन्न भागों को जोड़ कर प्लेटफॉर्म की छत का निर्माण किया जा रहा है।
क्या है पीईबी तकनीक
पीईबी या प्री इंजीनियर्ड बिल्डिंग तकनीक के जरिए बेहद ही कम समय में बड़े एवं विशाल शे़ड का निर्माण किया जाता है। इस तकनीक में निर्माण स्थल पर पीईबी स्ट्रक्चर के लिए फाउंडेशन का काम किया जाता है। इसके बाद फैक्ट्री में निर्मिंत पीईबी के मेटल से बने विभिन्न भागों को निर्माण स्थल पर लाकर जोड़ा जाता है और विशाल शेड का निर्माण किया जाता है। इस तकनीक के जरिए न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि निर्माण की लागत में कमी आती है।
ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है।
इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।