Agra. नाले के निर्माण की मांग को लेकर एक बार फिर धनौली के लोगों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में धनौली के लोग नाला निर्माण की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यालय का घेराव किया। भारी संख्या में लोगों के आने की सूचना पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था जिससे कोई अप्रिय घटना न हो।
कलेक्ट्री पर लेट गए ग्रामीण
आक्रोशित धनौली की जनता ने जिला प्रशासन की वायदा खिलाफी, जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के विरोध में जिला मुख्यालय के गेट पर ही लेट गए और लेटते हुए ही जिला मुख्यालय के अंदर पहुंचे। अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए जमकर नारेबाजी भी करने लगे। सभी लोग जिला प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को कोस रहे थे। ग्रामीणों ने कहा कि नरक में क्षेत्र की जनता रहने को मजबूर है।
सांसद-विधायक मुर्दाबाद के लगे नारे
धनौली वासियों का यह प्रदर्शन भले ही जिला मुख्यालय पर था लेकिन उनके निशाने पर क्षेत्रीय सांसद राजकुमार चाहर और क्षेत्रीय विधायक हेमलता दिवाकर रही। सांसद और विधायक के मुर्दाबाद के नारे भी खूब लगे। क्षेत्रीय लोगों ने दोनों ही जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथ लिया। उन पर क्षेत्र की समस्याओं के प्रति गंभीर न होने और अनदेखी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि वोट के समय पर जनप्रतिनिधि आते हैं लेकिन उसके बाद जनता का क्या काम करना है, क्या विकास कराना है, वह भूल जाते हैं। इसी का खामियाजा धनौली की जनता भुगत रही है। अगर इन समस्याओं से सांसद राजकुमार चाहर और क्षेत्रीय विधायक हेमलता दिवाकर गुजरती तो उन्हें क्षेत्र की जनता का दर्द समझ में आता।
विधायक के बयान से नाराज लोग
सोमवार को विधायक हेमलता दिवाकर ने भी धनौली वासियों के धरने को लेकर एक विवादित बयान दिया था। यह बयान धनौली वासियों के धरने के विरोध में था जिससे विधायक अब पूरी तरह से उनके निशाने पर है। क्षेत्रीय विधायक हेमलता दिवाकर ने कहा था कि ‘यह धरना पूरी तरह से प्रायोजित है और जो लोग समाधि लेना चाहते हैं तो वह समाधि ले लें।’
62 दिनों चल रहा है धरना
आपको बताते चलें कि नाला निर्माण की मांग को लेकर धनौली वासियों ने धरना शुरू किया था। इस धरने को 62 दिन बीत चुके हैं लेकिन नाले का निर्माण नहीं हो पाया है जिससे अब जनता में आक्रोश पनप गया है। क्षेत्रीय जनता अब नाला निर्माण और क्षेत्र के विकास के लिए आर-पार की लड़ाई पर उतारू है।
पीड़ित लोगों का कहना है कि धरना प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही नाले का निर्माण होगा। क्षेत्र की समस्याओं का समाधान होगा लेकिन आज तक जिला प्रशासन उन वादों पर खरा नहीं उतर पाया है। लगातार वायदा खिलाफी चल रही है जिससे हम लोगों में आक्रोश है। इस वायदा खिलाफी को सहन नहीं किया जाएगा।