Agra. 2 मई को एक नाबालिग के हुए अपहरण मामले में आगरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। आगरा पुलिस ने 12 घंटे में ही इस अपहरण की गुत्थी को सुलझा लिया। अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, साथ ही जिस नाबालिग का अपहरण हुआ था उसे भी सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस पूरे मामले का खुलासा एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने प्रेस वार्ता के दौरान किया।
एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि थाना इरादत नगर से 2 मई की रात को कारोबारी के नाबालिग का अपहरण जान पहचान वालों ने ही किया था। नाबालिग उन्हें लगभग 2 साल से जनता था। जान पहचान होने के चलते अपहरणकर्ताओं को नाबालिग का अपहरण करने में ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। पुलिस ने नाबालिग को राजस्थान धौलपुर बॉर्डर से बरामद किया।
एसपी बेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि 2 मई की रात को लगभग 11:00 बजे जब नाबालिग का अपहरण किया गया तो देर रात ही अपहृत नाबालिग के भाई के फोन पर फिरौती के लिए फोन आया था। अपहरणकर्ताओं ने ₹15 लाख की फिरौती मांगी थी और इसकी सूचना पुलिस को देने पर नाबालिग की जान को खतरा होने की भी धमकी दी थी लेकिन पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद क्षेत्रीय पुलिस और सीओ महेश कुमार के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया और 12 घंटे में ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया।
सर्विलांस टीम का रहा अहम रोल
इस पूरे मामले के खुलासे के लिए सर्विलांस टीम की भी मदद ली गई। सर्विलांस टीम के माध्यम से जिस फोन से फिरौती मांगी थी, उसका पता लगाया गया। उस फोन से कई और लोगों को भी फोन किए गए थे जिन लोगों को उस नंबर से फोन किए गए थे, उनको भी उठाया गया और पूछताछ करते हुए अपहरण कर्ताओं के पास पहुंचा गया। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की मांग को पूरा करने के लिए नाबालिग को कुछ नुकसान तो पहुंचाया लेकिन उसे सकुशल बरामद कर लिया गया।
लेनदेन का है पुराना विवाद
एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि अपहरणकर्ताओं और नाबालिग से बातचीत हुई है तो उसमें सामने आया है कि कुछ लेनदेन का पुराना मामला है। इसी के चलते अपहरणकर्ताओं ने नाबालिग का अपहरण कर फिरौती की रकम मांगी थी जिससे पुराना लेनदेन चुकता हो सके। इस मामले में और भी पूछताछ की जा रही है।