Agra. आगरा रेल मंडल की ओर से आगरा कैंट स्टेशन के डाउन यार्ड में बनी बाबा हजरत भूरेशाह की दरगाह पर भी दरगाह को हटाए जाने का नोटिस चस्पा कर दिया गया है। दरगाह पर नोटिस चस्पा होने से मुस्लिम समाज और दरगाह की देखरेख करने वाले लोगों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि यह काफी वर्षों पुरानी दरगाह है और इसे हटाए जाना सही बात नहीं है।
रेलवे ने दिया नोटिस
आगरा रेल मंडल गेट डाउन यार्ड में बनी बाबा हजरत भूरे शाह बाबा की दरगाह की देखरेख कर रहे लोगों ने बताया कि यह दशकों पुरानी दरगाह है। लगभग 60 साल से तो हम लोग ही सेवा कर रहे हैं। आगरा रेल मंडल की ओर से पहले भी एक नोटिस दिया गया था, उसका जवाब रेलवे को दे दिया था। दरगाह के जितने भी भूमि से संबंधित कागजात थे वह रेलवे को सुपुर्द कराए गए थे लेकिन एक बार फिर रेलवे की ओर से यह नोटिस दिया गया है।
लोगों ने दो टूक शब्दों में कहा कि बाबा हजरत भूरेशाह की दरगाह को हटाए जाना गलत है। उन्होंने कहा कि इस दरगाह पर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही होते हैं और यह हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। क्योंकि भूरे शाह बाबा का उर्स हिंदू और मुस्लिम दोनों ही मिलकर मनाते हैं और बाबा की सेवा भी करते हैं।
आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे की ओर से जो अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, वह सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चल रहा है। रेलवे की परिसर में जितने भी रिलीजियस और नॉन रिलीजियस ईमारते हैं, सभी को हटाया जा रहा है। इसमें किसी भी तरह का भेदभाव नहीं है सभी को नोटिस जारी किए गए हैं।
राजा मंडी रेलवे स्टेशन पर मां चामुंडा देवी मंदिर को नोटिस जारी करने का विवाद अभी थमा ही नहीं है कि रेलवे की ओर से भूरे शाह बाबा की दरगाह पर उसे हटाए जाने का नोटिस चस्पा कर दिया है। मामला तेजी से गर्म आ रहा है लेकिन देखना होगा कि रेलवे बैकफुट पर आएगा या फिर यह धार्मिक इमारतें हटेंगी।