Agra. ताजमहल के बाद अब फतेहपुर सीकरी में भी दुधमुंहों को मातृत्व की छांव मिलेगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ताजमहल और आगरा किला के बाद फतेहपुर सीकरी में बेबी फीडिंग और बेबी केयर रूम की शुरुआत की है जिसका उद्घाटन शनिवार को आकांक्षा महिला परामर्श दात्री समिति आगरा की अध्यक्ष डॉ. प्रीति गुप्ता ने किया।
इस मौके पर डॉ. प्रीति गुप्ता ने कहा कि, एएसआई का यह कदम बहुत ही सराहनीय है जिससे दुधमुंहे को मातृत्व की छांव मिलेगी। वहीं महिलाओं को भी अपने बच्चे को स्तनपान कराने केलिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इस नई कवायद के बाद अब फतेहपुर सीकरी में दुधमुंहे को स्तनपान कराने के लिए महिला पर्यटक परेशान और शर्मिंदा नहीं होगी।
एएसआई ने 29 अगस्त-2019 को सबसे पहले मोहब्बत की निशानी ताजमहल में बेबी फीडिंग रूम की व्यवस्था की थी। ऐसा करने से ताजमहल देश का पहला स्मारक बना था। ताजमहल में बेबी फीडिंग रूम का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार प्रहलाद सिंह पटेल ने किया था। इसके बाद आगरा किला में 21 सितंबर-2019 को आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने बेबी फीडिंग रूम का उद्घाटन किया था।
बेबी फीडिंग रूम ऐसा रूम जहां पर सोफे या चेयर पर बैठकर महिलाएं अपने बच्चे को स्तनपान करा सकें। इसे ही बेबी फीडिंग रूम कहते हैं। यहां पर बच्चों के डायपर्स बदलने की व्यवस्था भी की जाती है। फतेहपुर सीकरी में बनाए गए बेबी फीडिंग रूम एयर कंडीशनर बनाए गए हैं।
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल सहित सभी स्मारकों पर दुधमुंहे को स्तनपान कराने के लिए महिला पर्यटकों को परेशान होती थी। स्तनपान के समय महिला पर्यटक असहज रहती थीं। इसके चलते ही सबसे पहले देश में ताजमहल पर बेबी फीडिंग रूम का उद्घाटन हुआ था। फिर आगरा किला और अब फतेहपुर सीकरी में जोधाबाई महल में बेबी फीडिंग और बेबी केयर रूम का शनिवार को उद्घाटन हुआ है। रविवार को सिकंदरा स्थित अकबर टॉम्ब में बेबी फीडिंग का रूम का उद्घाटन होगा। जिससे वहां पर भी आने वाले महिला पर्यटक बेबी फीडिंग रूम में स्तनपान करा सकेंगी।