उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उझानी में दहेज की मांग को सुलझाने के लिए बैठी पंचायत में युवती ने जब अपनी मां को बेबस देखा तो उसने फांसी के फंदे से लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी।जानकारी के मुताबिक युवती की मंगनी हो चुकी थी लेकिन इसके बाद भी मंगेतर और उसके परिवार वाले दहेज को लेकर लगातार मांग कर रहे थे। इस प्रकरण को लेकर मंगेतर के खिलाफ नामजद तहरीर भी दी गई थी।यह आत्महत्या का प्रकरण कोतवाली क्षेत्र के गांव सकरी जंगल का है।
बता दें करीब डेढ़ महीने पहले बेवा मरियम ने अपनी बेटी शमा का रिश्ता गांव के ही अतीक अहमद के साथ तय किया था दोनों की मंगनी भी हो गई थी। ग्रामीणों और रिश्तेदारों को भी रिश्ते की जानकारी थी।करीब तीन-चार दिन पहले अतीक ने दहेज में बाइक के साथ घरेलू सामान और नगदी की डिमांड की थी। समा के परिजनों की आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने के कारण वे देने में असमर्थ थे।इसी बात को लेकर रविवार को मरियम ने गांव में पंचायत बैठाई।लेकिन देर रात तक कोई नतीजा ना आने के कारण पंचायत अगले दिन भी की गई।
सोमवार को ही पंचायत में अतीक के परिजनों को समझाया गया लेकिन वे नहीं माने बिना दहेज के निकाह करने से इंकार कर दिया साथ ही यह भी कहा कि शमा जहर खा कर मर जाए या फिर कुछ और कर ले उसे उससे कोई मतलब नहीं है। जब शमां को इस बात का पता चला तो उसने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया पर फांसी के फंदे पर झूल गई।दरवाजा तोड़कर लोगों ने अंदर झांका तो समा का शव फंदे पर लटका दिखाई दिया। घटना से परिवार में मातम पसर गया। जब इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई तो पुलिस के आरोपियों के घर तक पहुंचने से पहले ही आरोपी मय परिवार के घर से फरार हो गया। पुलिस ने शमां के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस आरोपी अतीक अहमद और उसके परिजनों के खिलाफ तहरीर प्राप्त कर चुकी है।अब इस घटना के बाद पंचायत में मौजूद लोग अपनी मौजूदगी से साफ इंकार कर रहे हैं।वहीं कुछ लोगों का कहना है कि रविवार को पंचायत में पुलिस भी पहुंची थी लेकिन पुलिस भी इस बात से साफ इंकार कर रही है।
बहरहाल मरियम ने दहेज की कुप्रथा के चलते अपनी बेटी को खो दिया हालांकि मरियम के तीन बेटे हैं जो दिल्ली में काम करते हैं। उसके शौहर का पहले ही इंतकाल हो चुका है।
प्रभारी निरीक्षक विशाल प्रताप सिंह का कहना है कि युवती ने निकाह टूटने से क्षुब्ध होकर ही अपने घर में फांसी लगाई है। सुबह पंचायत हुई थी। पंचायत में ग्रामीणों ने अतीक को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वह नहीं माना था। उसके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी गई है।