आगरा। यूपी में कानून व्यवस्था इतनी ध्वस्त हो गयी है कि पुलिस भी पत्रकारों को निशाना बना रही है। अभी पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेजने का मामला शांत भी नही हुआ था कि अचानक शामली के अंदर एक अन्य पत्रकार अमित शर्मा को जीआरपी पुलिस ने एक खबर करने के दौरान अमानवीय यातनाएं दी। इस घटना के बाद देश भर के पत्रकारों में आक्रोश पनप रहा है। इस घटना के विरोध में आगरा के पत्रकारों ने भी अपना विरोध दर्ज कराया है।
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आगरा के पत्रकारों ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम को आगरा के डीएम एनजी रवि कुमार को ज्ञापन सौंपा और दोषी अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पत्रकार एसएसपी जोगिंदर सिंह से भी मिले। पत्रकारो के प्रतिनिधि मंडल ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए पत्रकारों पर हो रहे हमले और गलत कार्यवाही से रूबरू कराया और इन पर अंकुश लगाने की मांग की।
पत्रकारो ने साफ कहा कि अगर पत्रकारो पर हमले नही रुके तो कलम का सिपाही सड़क पर होगा। योगी राज में जनता की आवाज को दबाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
पत्रकारों का कहना है कि बीते दिनों में जिस तरह से पत्रकारों को निशाना बनाया गया है उसे कतई बर्दाश नही किया जाएगा और ये सरकार की जिम्मेदारी है कि वे पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए।