Agra. कोरोना संक्रमण काल में तंगी के साथ जूझ रहे लोगों को आसनी से ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। ठगी के गिरोह को संचालित कर रहे लोगों ने इस काम के लिए युवतियां को लगा रखा है जो कॉल करके जरूरतमंदों को अपना निशाना बना रही है। धोखाधड़ी का यह कॉल सेंटर शहर के बीचों बीच चल रहा था। पुलिस ने छापा मारा तो इस कॉल सेंटर का खुलासा हुआ लेकिन इस बीच कॉल सेंटर का सरगना भाग निकला जबकि तीन युवतियों को पुलिस ने पकड़ लिया। युवतियों से पुलिस ने पूछताछ की तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और लाखों की ठगी की जानकारी मिली है।
पुलिस के मुताबिक थाना हरीपर्वत पुलिस और साइबर सेल को संजय प्लेस में चल रहे इस काल सेंटर के बारे में शिकायत मिली थी कि यहां युवतियां लोगों को कॉल करके लोन दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस शिकायत पर छापा मारा कार्यवाही की गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार युवतियों ने बताया कि वह लोगों को कॉल कर कम ब्याज पर दस से 20 लाख रुपये का लोन दिलाने का झांसा देती हैं। व्हाट्स एप पर ही सभी दस्तावेज मंगाती हैं। लोन पास कराने की कहकर कमीशन और पंजीकरण शुल्क के नाम पर 20 से 50 हजार रुपये की मांग की जाती है। लोगों को व्हाट्स एप पर लोन पास होने के फर्जी दस्तावेज भी भेज दिए जाते थे। रकम जमा होने पर आरोपी अपना मोबाइल नंबर बंद कर लेते थे। पुलिस की पूछताछ में युवतियों ने बताया कि सरगना उनको कमीशन के रूप में रकम देता था।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि काल सेंटर में काम करने वाली युवतियों को सरगना लोगों का डाटा देता था। इसमें लोगों के मोबाइल नंबर, घर का पता होता था। यह डाटा उन्हीं लोगों का होता था, जो लोग कभी न कभी किसी न किसी कंपनी और बैंक में लोन के लिए आवेदन कर चुके होते हैं। किसी कारणवश लोन पास नहीं हो पाता है। यह डाटा बैंक और विभिन्न कंपनियों से चोरी किया हुआ होता है।
पुलिस को आशंका है कि सरगना ने सैकड़ों लोगों से लाखों की ठगी की है। यह पता किया जा रहा है कि गैंग ने किन-किन लोगों से धोखाधड़ी की है। सरगना की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई हैं।