Agra. ‘सरकारी आंकड़े उठा कर देख लीजिए सरकारी स्कूल के आठवीं क्लास तक के बच्चों को गुणा भाग नहीं आता। उन स्कूलों में किसके बच्चे पढ़ते है और देश के प्रधानमंत्री देश को डिजिटल इंडिया बनाना चाहते हैं। भारत की इकोनॉमी को बढ़ाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि हर व्यक्ति विदेश से व्यापार करें लेकिन यह कैसे संभव जब विशेष वर्ग जो गरीब है उसके बच्चे को बेहतर शिक्षा नहीं मिलेगी। पीएम मोदी की नीतियां सिर्फ धन्ना सेठों के लिए है।’ यह हमला बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने आज आगरा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी पर बोला।
बसपा कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद आगरा जिले की दोनों लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के लिए समर्थन जुटाने हेतु जनसभा करने आए थे। उन्होंने बिजली घर स्थित चक्की पाट पर फतेहपुर सीकरी प्रत्याशी और आगरा लोकसभा सीट प्रत्याशी पूजा अमरोही के लिए जनसभा की। जनसभा करने से पहले वह बौद्ध विहार चक्की पाट पर भी गए, जहां उन्होंने तथागत भगवान गौतम बुद्ध और डॉ आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद वह जनसभा के मंच पर पहुंचे उन्हें देखकर बस भाइयों में अलग ही जोश देखने को मिला। युवा आकाश आनंद को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। बसपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने लोगों से पूछा कि क्या मैं अपने परिवार से कुछ कह सकता हूं। यह सुनकर बसपाइयों में अलग ही जोश भर गया। इसके बाद उन्होंने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि यह लोकसभा चुनाव बेहद अहम है। आपके बीच में आपकी बात करने वाले आपके हितेषी बनकर विपक्षी दलों के लोग पहुंचेंगे। किसी ने लाट पट्टिका पहना होगा तो कोई मायावती के गुणगान गाएगा लेकिन जब वोट की बात आएगी तो आपके सामने दूसरे दल की नीतियों का बखान करने लगेंगे। ऐसे लोगों को हमें पहचानना है। उनसे कुछ नहीं कहना सिर्फ सुनते रहना है और अपने वोट की ताकत से उनकी मुंह पर तमाचा मारना है। यानी बसपा पार्टी को वोट देना है हाथी को जिताना है जिससे बहन जी मायावती के हाथ मजबूत हो और वह पीएम की गाड़ी तक पहुंच सके।
इस दौरान बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने खुलकर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की जो नीतियां है वह गरीब वर्ग के लिए नहीं है बल्कि धन्ना सेठ के लिए हैं। गरीबों के लिए तो उनकी जो नीतियां है वह ऐसी हैं जैसे आप बंधुआ मजदूर बन गए हो। जब भाजपा के लोग वोट मांगने आए तो उनसे पूछना शिक्षा का स्तर क्या है, रोजगार की स्थिति क्या है, हमारा समाज कितना शिक्षित बन पाया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों की स्थिति देखी। आठवीं क्लास तक के बच्चों को गुणा भाग तक नहीं आते और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को डिजिटल इंडिया बनाना चाहते हैं। इन सरकारी स्कूलों में किन लोगों के बच्चे पढ़ते हैं हम और आपके जो गरीब हैं। अंग्रेजी स्कूल की फीस को अफोर्ड नहीं कर सकते लेकिन केंद्र में भाजपा की 10 साल की सरकार इस पर बात नहीं करती। वह तो एक सपना दिखाना चाहती है और उसे सपने में सभी को जीना सिखा रही है। डिजिटल इंडिया बनने के लिए हर व्यक्ति को कंप्यूटर आना चाहिए। जब आपके बच्चे को गुणा भाग नहीं आता तो कंप्यूटर की शिक्षा क्या ले पाएगा। वह कहते हैं कि देश की इकोनॉमी बढ़ा रहे हैं। हर व्यक्ति विदेश से व्यापार करना चाहता है। उनसे पूछिए की कितने भारतीय विदेश से व्यापार कर रहे हैं। क्या आपका बच्चा विदेश से व्यापार कर रहा है आपको उत्तर मिल जाएगा।
भाजपा की 10 साल की सरकार में रोजगार की स्थिति देखी रोजगार की दर नहीं बड़ी बल्कि बेरोजगार की दर दुगनी हो गई है। सरकार रोजगार देने के नाम पर नौकरी या निकलती है उनका एग्जाम भी करवाती है और कुछ समय बाद पता चलता है कि पेपर लीक हो गया है। आखिर का यह पेपर लीक कौन करता है। यह एक सोची समझी साजिश है और भाजपा इसी के तहत काम कर रही है। नौकरी के लिए आवेदन कराकर वह यह जताना चाहती है कि वह नौकरी देना चाहती है लेकिन पेपर लीक करवा कर उन नौकरियों पर रोक भी लगवा देता है यानी भाजपा की चित भी अपनी रखना चाहती है और पट भी।
नौकरी के नाम पर 10 साल की केंद्र की भाजपा सरकार सिर्फ मुफ्त राशन दे रही है। उनसे रोजगार की बात की जाए तो रोजगार तो नहीं देती बल्कि यह कह देती है कि बेरोजगार के लिए सरकारी योजना लाई जा रही है। मुफ्त में राशन दिया जा रहा है। अब उनसे यह पूछे कि मुफ्त राशन से सिर्फ भूख मिटाई जा सकती है और अन्य जरूरतें कैसे पूरी होगी। भाजपा रोजगार न देकर आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है दूसरी तब खाना देकर आपको बंधुआ मजदूर बना रही है ताकि आप यह सोचने पर मजबूर हो जाए कि भाजपा को वोट नहीं दिया तो मुफ्त राशन भी नहीं मिलेगा।
उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से दो टूक शब्दों में कहा कि सपा की नीतियों को जन-जन तक पहुंच कर लोगों के मत को बसपा की ओर मोड़कर हमें बसपा प्रत्याशियों को जितवाना है ताकि बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचा जा सके।