- बल्केश्वर घाट पर उत्साह व उमंग के साथ हुआ सिंधुनगरी महोत्सव का आयोजन
- राम दरबार और श्रीराम की ध्वजाओं से सजी सिंधुनगरी हुई राममय
आगरा। यमुना मैया को समर्पित पावन और पवित्र ज्योत के झिलमिलाती बहराणा साहब की सैकड़ों ज्योतियां। भक्ति संगीत से गूंजती स्वरलहरियां और श्रीराम के भक्तिमय रंगों से सजी सिंधुनगरी। राष्ट्रीय सिंधी महासंघ के तत्वावधान में झूलेलाल जयन्ती पर्व के उपलक्ष्य में बल्केश्वर यमुना तट पर केन्द्रीय कार्यक्रम भव्य सिंधुनगरी का आयोजन किया गया। जहां आगरा की समस्त पंचायतों व मेला कमेटियों सहित टूंडला व फिरोजाबाद से आई सैकड़ों ज्योतियां श्रद्धा व भक्ति व विधि विधान से महन्त बंटी महाराज द्वारा यमुना मैया में विसर्जित कराई गईं। सिंधुनगरी पहुंची ज्योतियों का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया गया।
बैंड बाजों व शहनाई के साथ डांडिया करते हुए हर्षोल्लास के साथ श्रद्धालु सिंधु नगरी पहुंचे, जहां सिंधी भक्ति संगीत पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सिंघु नगरी में सजे राम दरबार पर हर भक्त ने मस्तक झुकाया। सभी श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि संघ के अध्यक्ष महेश सोनी, श्याम भोजवानी, जितेन्द्र त्रिलोकानी, सचिव मनोहरलाल हंस ने भगवान झूलेलाल के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कोषाध्यक्ष गिरधारीलाल करमचंदानी, नंदलाल आसवानी, रामचंद्र हंसानी, खेमचंद तैजानी, लक्की सालवानी, महेश मदनानी, राजा सुखनानी, हर्षिल भोजवानी, जतिन मंगलानी, नंदलाल, नरेश निरंकारी, मोहित सोनी, दादा शिवानी, प्रदीप बनवारी, मनीश लालवानी, पारस बजाज, राजू खेमानी, प्रदीप बटीजा, जितेन्द्र मंगलानी, नन्दी महाजन, डोली सावलानी आदि उपस्थित थे।
सिंधु रत्न पुरस्कार प्रदान किया
सिंधी साहित्य के प्रोत्साहन के लिए कार्य करने के लिए सिंधु रत्न से मोहनलाल बोधवानी व सिंधुश्री सम्मान से मोहनलाल नागदेव, रामचंद्र छावड़िया, दीदी भगवन्ती साजनानी को स्मृति चिन्ह व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया।