Agra. आगरा पुलिस का खेल निराला है। एक यात्री ऑटो गैंग का शिकार बना। पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय थाने के चक्कर भी लगाए लेकिन पुलिस हर बार उसे टरका देती। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई तो उनके आदेश पर 17 दिन बाद थाना रकाबगंज में केस दर्ज हुआ। मामला 17 दिन पुराना है। सक्रिय ऑटो गैंग ने एक वारदात को अंजाम दिया। आगरा कैंट स्टेशन से युवक को ऑटो में बैठाने के बाद बहाने से उसे चाय पिलाकर अर्ध बेहोश कर दिया। अर्धबेहोशी की अवस्था में उससे डेबिट कार्ड लिया और उसका पिन पूछकर खाते से 35 हजार रुपये भी निकाल लिए।
अमापुर, कासगंज निवासी उदय पाल सिंह के साथ यह घटना हुई। उन्होंने पुलिस आयुक्त को प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि वह अहमदाबाद में नौकरी करते हैं। सात नवंबर को ट्रेन से आगरा आए थे। आगरा कैंट स्टेशन पर उतरने के बाद वाटरवर्क्स जाने के लिए ऑटो किया। ऑटो में पहले से दो लोग थे। ईदगाह पर ऑटो सवार अन्य उतर गए। चालक ने आगरा फोर्ट पर ऑटो रोका और सुबह का वक्त बताते हुए चाय पिला दी। जब होश आया तो वह सड़क पर पड़े थे। आधार कार्ड, डेबिट कार्ड, 11000 रुपये, दो मोबाइल, ट्रॉली बैग आदि चोरी कर लिए गए। बाद में पता चला कि खाते से 35 हजार रुपये भी निकल गए हैं।
स्थानीय पुलिस ने टरकाया
उदय पाल का आरोप है कि वह थाना रकाबगंज में शिकायत करने गए। उन्हें फोर्ट चौकी पर भेज दिया गया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे देखने की बात कहते हुए घर भेज दिया। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की। थक कर वह पुलिस आयुक्त के पास पहुंचे, तब थाना रकाबगंज में केस दर्ज किया गया।