आगरा। एक्सप्रेस वे पर दो या तीन पहिया वाहन चलाने पर कटेगा पांच हजार तक का चालान। कार्ययोजना तैयार।
दिल्ली—मेरठ एक्सप्रेस वे देश का पहला 14 लेन एक्सप्रेस वे है। इस पर आए दिन हादसों की संख्या बढ़ती जा रही थी। ऐसे में नेशनल हाईवे अथॉरिटी आफ इंडिया यानि एनएचएआई ने कड़ा रुख अपनाया है। एनएचएआई ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली—मेरठ एक्सप्रेस वे पर दो और तीन पहिया वाहन चालकों को अनुमति नहीं दी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बताया जा रहा है कि बढ़ते हादसों को परिवहन मंत्रालय ने संज्ञान में लिया है। इसके बाद ही यह फैसला किया गया है। इस एक्सप्रेस वे पर स्मार्ट इंटेलीजेंस सिस्टम काम करेगा। वाहनों की नंबर प्लेट सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस केा दी जाएगी। इसके बाद चालान घर पर आएगा।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार का कहना है कि इस एक्सप्रेस वे पर दो पहिया और तीन पहिया वाहनों को छूट नहीं दी जाएगी। टोल पर भी वह रोकने के बाद निकल जाते हैं। इंटेलीजेंस सिस्टम के जरिये वाहनों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। जल्द ही अभियान की शुरुआत करेंगे।
इधर मेरठ मंडल के कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने भी निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के अंदर बड़ा अभियान चलाया जाए। वहीं एक्सप्रेस वे पर दोपहिया वाहनों के चलते मिलने पर एक हजार से पांच हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। अगर आप वाहन पर अकेले हैं तो एक हजार रुपये का चालान होगा। अगर पीछे सवारी है तो एक हजार से अधिक का चालान होगा। बता दें कि एक्सप्रेस वे पर चार पहिया या उससे अधिक वाहनों के चलने की ही अनुमति है।