आगरा। बिना नोटिस दिए निकाले जाने से नाराज एचएएल संविदा कर्मचारी अर्जुन नगर गेट के समीप फुटपाथ पर धरना दे रहे थे लेकिन इन संविदा कर्मचारियों में से आज एक संविदा कर्मचारी की मौत हो गई। वह नौकरी निकाले जाने और परिवार की आर्थिक स्थिति देख से काफी तनाव में आ गया था।
बिना नोटिस दिए निकाले जाने से नाराज एचएएल संविदा कर्मचारी अर्जुन नगर गेट के समीप फुटपाथ पर धरना दे रहे थे लेकिन इन संविदा कर्मचारियों में से आज एक संविदा कर्मचारी की मौत हो गई। वह नौकरी निकाले जाने और परिवार की आर्थिक स्थिति देख से काफी तनाव में आ गया था। आज सुबह संविदा कर्मचारी राजेश की मृत्यु होने से धरने पर बैठे संविदा कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
79 दिनों से चल रहा है धरना
एचएएल संविदा कर्मचारियों का धरना आज भी जारी है। साथी राजेश कुमार धाकड़ की मृत्यु होने पर धरने पर बैठे कर्मचारियों ने राजेश आत्म शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया और उसके बाद धरने से उठ कर उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। धरने पर बैठे संविदा कर्मचारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि आज इस धरने को अनवरत रूप से 79 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आज उन्होंने अपना एक साथी भी खो दिया है जो इस लड़ाई में शहीद हुआ है।
बिना नोटिस के निकाले थे कर्मचारी
आपको बताते चलें कि एचएएल आगरा प्रशासन ने काफी संविदा कर्मचारियों को बिना नोटिस के ही बाहर का रास्ता दिखा दिया था जिसके चलते कर्मचारियों में रोष व्याप्त था। उनका कहना है कि अगर ऐसी कोई बात थी तो उन्हें पहले नोटिस दिए जाना चाहिए था। श्रम कानूनों का पालन होना चाहिए था लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ। एचएएल आगरा ने तानाशाही रवैया दिखाते हुए सभी को बाहर का रास्ता दिखा दिया।