Agra. उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से श्रमिक महिलाओं में नेतृत्व करने की क्षमता विकसित करने के उद्देश्य को लेकर एक लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। 2 दिनों तक चलने वाले इस लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम के पहले दिन श्रमिक महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। प्रोग्राम में संगठन के संस्थापक अध्यक्ष तुलाराम शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। संगठन के लोगों ने उनका स्वागत सत्कार किया और इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के संस्थापक अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना है कि आज श्रमिक महिलाओं में भी नेतृत्व करने की क्षमता को विकसित करना अति आवश्यक है। क्योंकि श्रमिक महिलाओं की समस्याओं को एक महिला लीडर ही अच्छी तरह से उठा सकती है। आज के समय में महिला श्रमिकों को हेल्पर के रूप में देखा जाता है और काम भी कराया जाता है लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई गौर नहीं करता। इसीलिए अगर श्रमिक महिला नेतृत्व करने की क्षमता है तो वह है समस्याओं को आसानी से उठा सकती है।
लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान श्रमिक महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाए जाने पर भी जोर दिया गया। कुछ श्रमिक महिलाएं इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में ऐसी भी थी जिन्होंने कुशल श्रमिक बनने बनने से संबंधित कई सवाल जवाब किए तो संगठन के लोगों ने उन्हें विभिन्न प्रकार के कार्यों में कुशल बनाने की बात कही जिससे वह किसी भी कार्य को अपने दम पर अच्छी तरह से संपन्न कर पुरुष श्रमिकों के बराबर ही मजदूरी पा सकती है लेकिन इसके लिए भी श्रमिक महिला के अंदर नेतृत्व करने की क्षमता थोड़ी-बहुत विकसित होने चाहिए जिससे वह अपनी आवाज को उठा सकें और अपनी बात को सभी के सामने रख सके।
संगठन से जुड़े लोगों ने बताया कि लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम 2 दिनों तक चलेगा। 2 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान कई सेशन रखे गए हैं। श्रमिक महिलाओं में नेतृत्व क्षमता का विकसित करना कुशल श्रमिक बनने की जानकारी देना, सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराना व अन्य प्रकार के कार्य को शामिल किया गया है जो श्रमिक महिलाओं के हित में हैं। इन सभी मुद्दों पर अलग-अलग सेशन होंगे जिसमें श्रमिक महिलाएं खुलकर वार्ता कर सकेगी और हम भी उन्हें उनके प्रश्नों का उचित जवाब दे सकेंगे। साथ ही उन्हें सरकारी योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी जिससे वह उनका लाभ ले सकें।