नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट में दो दशक तक राज करने के बाद मिताली (Mithali Raj) ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास। कहा, दूसरी पारी के लिए दें आशीर्वाद।
भारतीय महिला क्रिकेट की रीढ़ कहे जाने वालीं मिताली राज (Mithali Raj) ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। मिताली राज पिछले 23 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रही थीं, अब बुधवार को 39 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह दिया। मिताली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 232 वनडे मुकाबलों में रिकॉर्ड 7805 रन बनाए। उन्होंने 12 टेस्ट और 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। मिताली ने टी-20 प्रारूप से पहले ही संन्यास ले लिया था।
मिताली राज ने अपने नाम की तरह ही दो दशक से लंबे चले अपने क्रिकेट करियर में पूरी तरह राज़ किया। वह भारत में महिला क्रिकेट की पहचान हैं। वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला हैं। बतौर कप्तान भी सबसे ज्यादा जीत उनके नाम ही हैं। ऐसे में मिताली राज का रिटायरमेंट लेना महिला क्रिकेट वर्ल्ड में एक बड़ी घटना है।
मिताली का संदेश
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने को लेकर उन्होंने एक बयान जारी कर फैंस को अपने इस फैसले की जानकारी दी। मिताली ने लिखा, “इतने सालों से आपके प्यार और सपोर्ट के लिए धन्यवाद। मैं अपनी दूसरी पारी के लिए आपके आशीर्वाद और सपोर्ट चाहूंगी।” मिताली ने आगे लिखा, “हर सफर की तरह, मेरे क्रिकेट करियर का भी एक मोड़ पर आकर अंत होना था। आज वो दिन है, जब मैं इंटरनेशनल क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले रही हूं। मैं मन में हमेशा भारतीय टीम को जिताने का इरादा लेकर मैदान में उतरी और उसके लिए पूरी कोशिश भी की। भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करने का मौका मिला, उसे मैं हमेशा याद रखूंगी। मुझे लगता है कि अब मेरे लिए बल्ला टांगने का सही समय आ गया है। कई युवा खिलाड़ी हैं, जो टीम की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं। भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुनहरा है।”
बीसीसीआई का किया धन्यवाद
भारतीय वनडे टीम की कप्तान रहीं मिताली ने आगे लिखा, “भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान और एक खिलाड़ी के रूप में बीसीसीआई और सचिव जय शाह सर से मुझे जो सपोर्ट मिला, उसकी मैं शुक्रगुजार हूं। इतने सालों तक टीम की कप्तानी करना वाकई सम्मान और गर्व की बात है। मुझे इसने एक बेहतर इंसान बनने में मदद की और उम्मीद करती हूं कि भारतीय महिला क्रिकेट को इसका फायदा हुआ होगा।”
मैैं वुमेंस क्रिकेट की बेहतरी को हमेशा तैयार
मिताली ने कहा, “एक खिलाड़ी के तौर पर मेरा यह सफर भले ही खत्म हो गया है लेकिन, दूसरा इंतजार कर रहा है। मैं खुद को इस खेल से जोड़े रखना चाहूंगी। मैं भारत और दुनिया में वुमेंस क्रिकेट की बेहतरी और उसे बढ़ावा देने की दिशा में योगदान देने के लिए तैयार हूं। सभी फैंस का मुझे प्यार और सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया।”
रिकार्ड का दूसरा नाम मिताली राज…
मिताली राज मौजूदा वक्त में ना सिर्फ भारत की बल्कि दुनिया की सबसे बेहतरीन महिला क्रिकेटर में से एक रही हैं। उनके नाम वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है, साथ ही भारत के लिए लंबे वक्त तक कप्तानी करने का रिकॉर्ड भी मिताली राज के नाम पर ही है। अगर मिताली राज के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 232 वनडे मैच में 7805 रन बनाए हैं, इस दौरान मिताली का औसत 50.68 का रहा है। वनडे क्रिकेट में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर हैं। मिताली राज के नाम 7 शतक और 64 अर्धशतक हैं। मिताली ने अपने 23 साल के करियर में सिर्फ 12 ही टेस्ट मैच खेले हैं, इनमें 43.68 की औसत से 699 रन बनाए हैं, जिसमें एक दोहरा शतक (214 रन) भी शामिल हैं. वहीं अगर इंटरनेशनल टी-20 की बात करें तो उन्होंने 89 मैच में 2364 रन बनाए हैं, टी-20 इंटरनेशनल में भी मिताली ने 17 फिफ्टी जड़ी हैं.
बतौर कप्तान सबसे ज्यादा जीत
मिताली राज के नाम बतौर कप्तान सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 155 वनडे मैच में कप्तानी की, जिसमें 89 में जीत और 63 में हार मिली है। मिताली राज दुनिया की इकलौती ऐसी कप्तान हैं, जिन्होंने 150 से अधिक वनडे मैच में कप्तानी की है।