आगरा। आगरा की थाना सिकंदरा पुलिस पर गंभीर आरोप हैं। नशा मुक्ति केंद्र में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। परिवारीजनों ने केंद्र के संचालक पर हत्या का आरोप लगाया है लेकिन पुलिस संचालक के ख़िलाफ़ कार्यवाई नहीं कर रही है। पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। आरोप है कि थाना सिकंदरा पुलिस ‘नया जीवन नशा मुक्ति केंद्र’ के संचालक को बचा रही है।
पीर कल्याणी के रहने वाले 45 वर्षीय मनोज को उसके परिवार वालों ने थाना सिकंदरा क्षेत्र के अंतर्गत नया जीवन नशा मुक्ति केंद्र में 12 दिसंबर को भर्ती किया गया था। पीड़ित परिवार के मुताबिक तीन माह के लिए भर्ती किए गए मनोज से परिवार की बातचीत भी हो रही थी। अचानक तीन दिन पहले पीड़ित परिवार को फोन आया कि थाना सिकंदरा पर आकर मिले। पीड़ित परिवार का आरोप है कि घंटों तक पहले उन्हें गुमराह किया गया और उसके बाद जब पीड़ित परिवार ने जानकारी चाही तो जानकारी में आया कि मनोज की मौत हो चुकी है। इस बात की शिकायत पीड़ित परिवार ने लिखित तौर पर थाना सिकंदरा पुलिस को की है।
परिवार ने आरोप लगाया है कि इलाज के दौरान नया जीवन नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने उनके पिता की हत्या कर दी है। हत्या जैसे गंभीर अपराध की नामजद तहरीर होने के बावजूद 12 घंटे बाद भी थाना सिकंदरा पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। लिहाजा थाना सिकंदरा पुलिस विवादों के घेरे में है और नया जीवन नशा मुक्ति केंद्र के संचालक को बचाना चाहती है।
एक व्यक्ति द्वारा इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर ट्वीट किया गया है। जिसके बाद यूपी पुलिस ने आगरा पुलिस को जांच कर आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया है। अब देखना होगा कि इस मामले में थाना सिकंदरा पुलिस नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पर कब तक शिकंजा कसती है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अधिकारियों तक न्याय की गुहार लगाई है।