Agra. मलपुरा के धनौली में भीषण जलभराव का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। नाले निर्माण की मांग को लेकर धरना दे रहे ग्रामीणों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब लोगों ने यहां से पलायन करने की ठान ली है और इसके लिए वह अब अपने घरों पर घर बेचने के साथ-साथ मतदान के बहिष्कार का पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। लोगों के इस बड़े कदम के साथ ही जिला प्रशासन और भाजपा जनप्रतिनिधियों की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है।
घर बेचने के लगे पोस्टर
लगभग 2 महीनों से धनौली क्षेत्र की जलभराव की समस्या के समाधान की मांग को लेकर धरना दे रहे क्षेत्रीय लोगों की अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है जिससे क्षेत्रीय लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार प्रदर्शन के बावजूद जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के कानों में जूं न रेंगने से आक्रोशित लोगों ने अपने घरों से पलायन करने की ठान ली है। इसके लिए उन्होंने अपने घरों के आगे और दरवाजे पर यह मकान बिकाऊ है कि पोस्टर लगा दिए हैं और वह घर बेचने को तैयार हैं, साथ ही मकान खरीदने वालों का इंतजार कर रहे हैं।
चुनाव का बहिष्कार के भी लगे पोस्टर
जलभराव के कारण नारकीय जीवन जी रहे धनौली एवं सिरौली क्षेत्र के लोगों ने अब अपने घरों के आगे और घरों के दरवाजों पर यूपी विधानसभा चुनाव में वोट नहीं के पोस्टर लगाए हैं। लोगों ने पोस्टरों पर लिखा है कि धनौली सिरौली मार्ग में जलभराव का विकास नहीं तो इस बार वोट भी नहीं।
वायदा खिलाफी से नाराज हैं लोग
आपको बताते चलें कि जिला प्रशासन ने कई बार क्षेत्रीय लोगों को जल्द से जल्द जलभराव की समस्या से निजात दिलाए जाने के लिए आश्वासन दिया है लेकिन हर बार आश्वासन झूठा साबित हो जाता है जिससे लोगों में जिला प्रशासन के खिलाफ भी आक्रोश पनपने लगा है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन हर बार वायदा कर आक्रोशित लोगों को शांत कर देता है लेकिन इसे पूरा नहीं किया जाता जिसके विरोध में अब आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। या तो क्षेत्र का विकास होगा, जलभराव की समस्या का समाधान होगा या फिर सभी लोग एक साथ क्षेत्र से पलायन करेंगे।
भाजपा की बढ़ेंगी मुश्किलें
विधानसभा चुनाव के बिल्कुल नजदीक होने पर लोगों ने जिस तरह से क्षेत्र का विकास न होने पर पलायन का ऐलान किया है। उससे सबसे ज्यादा असर भाजपा को पड़ने वाला है। क्योंकि भाजपा केके ही जनप्रतिनिधि यहां से चुने गए हैं। विकास कार्य न होने से एक साथ पलायन करने की चेतावनी तो भाजपा हाईकमान तक पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है।