Agra. आगरा में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हैं। अधिवक्ता दीवानी न्यायालय में धरने पर बैठ गए हैं। ऐसे में दीवानी न्यायालय में आने वाले वादकारी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना समिति का पुर्नगठन किया गया था और अब इस नई समिति ने एक बार फिर से हाईकोर्ट बैंच स्थापना की मांग उठाना शुरू कर दिया है।
न्यायिक कार्य से विरत:-
आगरा में हाईकोर्ट बैंच स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ता कई सालों से संघर्षरत हैं। ऐसे में अब इस मांग ने दोबारा जोर पकड़ ली है। बुधवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। ऐसे में सुबह दीवानी खुलने के बाद अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया। सभी अधिवक्ता बाहर एकत्रित हो गए हैं। अधिवक्ताओं के काम न करने के कारण वादकारियों को परेशानी हो रही है। दूरदराज और दूसरे जिलों से आने वाले वादकारी परेशान हैं। और अगली तारीख लेकर वापस लौट रहे हैं।
बिना नाम लिए ही भाजपा पर साधा निशाना:-
उच्च न्यायालय खंडपीठ संघर्ष समिति के संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह भैया का कहना था कि खंडपीठ की स्थापना की मांग को लेकर वर्षों से आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन को चलाने वाले कितने ही अधिवक्ता इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन खंडपीठ की मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है। इस आंदोलन को एक बार फिर से दमखम के साथ शुरू किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अब सरकार के जनप्रतिनिधियों के सामने कोई अड़चन नहीं है। प्रदेश के साथ-साथ उनकी केंद्र में भी सरकार है ऐसे में वह अपने वायदों से मुकर नहीं सकते। उन्हें आगरा में खंडपीठ की मांग को लेकर उचित कदम उठाना ही होगा।
बातों ही बातों में भाजपा जनप्रतिनिधियों को दी चेतावनी:-
वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह ने मीडिया से वार्ता करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि अगर अब भी वर्तमान सरकार के जनप्रतिनिधि और आगरा में ही केंद्र सरकार के विधि मंत्री ने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया और खंडपीठ की स्थापना आगरा में नहीं करवाई तो इसका परिणाम उन्हें चुनावों में भुगतना पड़ेगा और इसकी जिम्मेदारी भी भाजपा की ही होगी।