Agra. पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से की है जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में रोष व्याप्त है। हिंदूवादी संगठनों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत की ओर से कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। उनका पुतला फूंक आक्रोश व्यक्त किया। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक सलमान खुर्शीद सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे उनके खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा।
निकाली गयी अर्थी
राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के कार्यकर्ताओं ने फूल सैयद चौराहे पर पहले सलमान खुर्शीद की प्रतीकात्मक अर्थी बनाई, उसे फिर चारों ओर भ्रमण कराया और उसके बाद नारेबाजी करते हुए सलमान खुर्शीद की प्रतीकात्मक अर्थी लेकर फूल सैयद चौराहे पर लेकर पहुंचे। इस दौरान हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने सलमान खुर्शीद के पोस्टरों पर जूते की माला चढ़ाई और से अर्थी को आग लगा दी।
ये है विवाद
हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की हाल ही में जारी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम’ में हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे कट्टरपंथी जिहादी समूहों से की गई है। यह टिप्पणी ‘द सैफ्रॉन स्काई’ नामक अध्याय में की गई है। पुस्तक के पृष्ठ संख्या 113 पर, यह कहा गया है कि ‘सनातन धर्म और संतों के लिए जाने जाने वाले शास्त्रीय हिंदू धर्म को हिंदुत्व के एक मजबूत संस्करण द्वारा एक तरफ धकेल दिया है, जिसके सभी मानक आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लाम के समान एक राजनीतिक संस्करण जैसे हैं। अपनी शिकायत में वकील ने आरोप लगाया कि यह न केवल भड़काने वाला और उकसाने वाला बयान है बल्कि हिंदू धर्म के लोगों के बीच क्रोधित भावनाओं को भी भड़का रहा है।
सार्वजनिक रूप से माफी मांगे
राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक सलमान खुर्शीद सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते उनके खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा। आज फूल सैयद चौराहे पर उनके अर्थी निकालकर पुतला फूंका गया है। आगे से उनके उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने पर भी रोक लगाई जाएगी, जहां भी उनके कार्यक्रम होंगे वहां जाकर प्रदर्शन किया जाएगा।