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पुराने गणेश-लक्ष्मी के हज़ारों मूर्ति की विधि-विधान से होगी विदाई, ब्राह्मण परिषद के इस काम की हो रही तारीफ़

by admin
Thousands of idols of old Ganesh-Lakshmi will be farewell by law, this work of Brahmin council is being praised

आगरा। दीपोत्सव के बाद हर घर में लक्ष्मी-गणेश की नई मूर्ति स्थापित हो गई है। ऐसे में पुराने लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की बेक्रदी न हो। इसलिए ब्राह्मण परिषद की ओर से शहर में पुरानी लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को जमा करने की पहल की गई। इसके लिए आगरा में 101 स्थान बनाए जहां पर लोगों ने अपने घरों की पुराने लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति रखीं। रविवार को सभी स्थानों से सभी मूर्तियों को एक स्थान पर जमा किया गया विधि विधान से पूजन के बाद अब इन लक्ष्मी-गणेश की विदाई सोमवार शाम चार बजे हाथी घाट पर की जाएगी।

ब्राह्मण परिषद के कार्यक्रम संयोजक सुनील दुबे ने बताया कि, अक्सर दीपावली में लोग घरों में नए लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं। मगर, पुरानी लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को यूं ही यहां तहां फेंक देते हैं, मंदिरों पर रख देते हैं, जिससे मूर्तियों की बेक्रदी होती है। इसलिए ब्राह्मण परिषद की ओर से एक मुहिम तीन नवंबर-2021 को शुरू की गई। जिसके तहत पुरानी लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों के कलेक्शन के लिए शहर के 101 स्थान निर्धारित किए। जहां पर लोगों ने पुराने लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां रख दीं ब्राह्मण परिषद की इस पहल की सराहना भी खूब लोग कर रहे हैं।

2500 से ज्यादा मूर्तियां हुई जमा

ब्राह्मण परिषद के कार्यक्रम संयोजक सुनील दुबे ने बताया कि, हम कई साल से यह करते आ रहे हैं। इसलिए लोग भी अब जागरुक हो गए हैं। लोगों ने निर्धारित स्थानों पर पुराने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां लेकर पहुंचे। रविवार को सभी 101 स्थानों से हमने मूर्तियां अब जमा कर ली हैं।

संस्था के महासचिव ब्रहमदत्त शर्मा जी ने बताया कि, इस बार 2500 से ज्यादा लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियां जमा हुई हैं। सोमवार शाम चार बजे अब इन मूर्तियों की विधि विधान से विदाई की जाएगी। इसके लिए सोमवार शाम चार बजे हाथी घाट पर कार्यक्रम होगा, जहां पर पहले पूजा और इसके बाद पुराने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां विसर्जित की जाएंगी। संस्था के महासचिव ने बताया कि, सहयोगी अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा व ब्रह्म दत्त शर्मा , उमाधर पाठक, राहुल चतुर्वेदी, सुनील दुबे, भानू दीक्षित, सुधीर राठौर , अमर सिंह, अनीस चतुर्वेदी, अशोक लोधी, हिमाशु दुबे, सपन दुबे, रिषी दुबे व अन्य ने इस पहल में सहयोग प्रदान किया।

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