उत्तर प्रदेश के कानपुर में भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर के पीछे कानपुर आउटर के कप्तान साहब का दौड़ लगाने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।कानपुर आउटर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में एक दलित युवक की पुलिस के सामने पिटाई से मौत हो गई थी। युवक की पिटाई की रिपोर्ट में धारा हत्या की धारा न लगने से नाराज विधायक को कप्तान साहब समझाने के लिए दौड़ पड़े लेकिन विधायक ने कप्तान साहब एक न सुनीे और अपनी जिद पर अड़े रहे।
बताते चलें कि चौबेपुर थाना क्षेत्र के पनऊ पूर्वा गांव में सोमवार की देर रात पड़ोसियों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। पीड़ित अपने घर पर लेटा हुआ था। तभी पड़ोस के कुछ दबंग युवकों ने धारदार हथियार से उसके परिवार पर हमला कर दिया और घर पर लेटे हुए बुजुर्ग को पीट-पीट कर मार डाला।दबंगों की दबंगई यही नहीं रूकी, युवक घर की चार दीवारीफांद कर घर पर सो रही महिलाओं पर भी हमला करना शुरू कर दिए। हमले में घर की कई महिलाएं भी घायल हो गईं। पड़ोस के रहने वाले युवक ने पुलिस को सूचना दी।
पीड़ित का आरोप है कि हल्का इंचार्ज दारोगा गोपी किशन मौके पर पहुंच कर पूरी घटना देखते रहे और दबंग युवक पुलिस के सामने पीटते रहे, जिससे मेरे पिता की जान चली गई। जब मीडिया ने चौबेपुर पुलिस से मर्डर जैसी घटना की जानकारी करनी चाही तो चौबेपुर पुलिस ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी ही नहीं है। दबंगों के खौफ से देर रात से सुबह तक घायल घर पर ही कैद रहे। मंगलवार सुबह गांव वाले घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे और इलाज के लिए भर्ती कराया जहां सुबह पीड़ित की मौत हो गई।
इस घटना की जानकारी होते ही एसपी आउटर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। क्षेत्रीय विधायक भगवती प्रसाद सागर ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर परिजनों से बात की। विधायक से परिजनों ने पुलिस पर हत्या की धारा पर मुकदमा दर्ज न करने का आरोप लगाया, जिससे गुस्साए विधायक जी ने एसपी अष्टभुज सिंह से केस में धारा 302 बढ़ाने के लिए कहा।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कप्तान साहब विधायक को समझाने के लिए दौड़ लगाते रहे और विधायक धारा बढ़ाने की जिद पर अड़े रहे। एसपी आउटर ने मामले में आरोपी चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है और विभागीय जांच शुरू कर दी है।