Agra. एक बार फिर माता पिता का क्रूर चेहरा सामने आया। नवरात्रि का पावन पर्व अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि कुछ लोग माँ दुर्गा के मूर्ति के विसर्जन से पहले ही देवी रूपी कन्या का विसर्जन करने पर तनिक भी नहीं हिचक रहे हैं।
ऐसी ही एक घटना थाना वृंदावन क्षेत्र से सामने आयी। जहां लगभग एक 3 माह की बालिका को सुबह 5 बजे वात्सल्य ग्राम गेट कोई छोड कर चला गया। जब वात्सल्य ग्राम के कर्मचारियों ने बालिका को देखा तो उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की लेकिन कोई जानकारी प्राप्त नही हुई। इसके बाद उक्त जानकारी चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नम्बर 1098 पर दी गयी। सूचना पर चाइल्ड लाइन सदस्य प्रमोद कुमार मौके पर पहुचे और बालिका को थाना वृंदावन से प्रक्रिया कराकर बाल कल्याण समिति के आदेश पर राजकीय बाल शिशु गृह मथुरा में आश्रय प्रदान कराया।
राजेश कुमार दीक्षित अध्यक्ष बाल कल्याण समिति मथुरा ने बताया कि बालिकाओं को त्यागने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। इस पर उनके द्वारा जिलाधिकारी से चर्चा की जाएगी। साथ ही 3 माह तक बालिका के परिजनों का इंतज़ार किया जायेग। इस समय सीमा में उसके लीगल गर्जियन नही आते है तो समिति बालिका को गोद देने के लिए मुक्त घोषित कर देगी।
नरेन्द्र परिहार कोऑर्डिनेटर चाइल्ड लाइन मथुरा ने बताया कि बालिका को इस प्रकार छोड़े जाने की ये पहली घटना नहीं है। दो दिन पूर्व भी थाना गोवर्धन क्षेत्र के मानसी गंगा मन्दिर से एक 2 वर्षीय बालिका मिली थी। जिसके साथ एक बैग भी मिला था जिसमे उसके कपड़े थे। अतः प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि माता पिता द्वारा बालिका को जानबूझकर मन्दिर में छोड़ा गया है। एक और लोग देवी पूजन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर दूषित मानसिकता वाले लोग घर में जन्मी देवी रूपी कन्या को सड़क पर छोड़ रहे हैं।
चाइल्ड लाइन द्वारा इस क्षेत्र के सीसीटीवी थाना वृंदावन के सहयोग से चेक किये जायेंगे तथा बालिका को छोड़े जाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत कार्यवाही कराना सुनिश्चित कराया जाएगा। साथ उक्त मामले को एसएसपी से साझा किया जाएगा और मानव तस्करी के एंगल से जांच कराने हेतु चर्चा की जाएगी।