Agra. इनर रिंग रोड और लेदर पार्क भूमि अधिग्रहण में हुए घोटाले के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर सदर तहसील में धरने पर बैठे किसानों से मिलने के लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी आगरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया, उनकी पीड़ा जानकर स्थानीय प्रशासन और सरकार को आड़े हाथ लिया। करीब 1 घंटे तक वे सदर तहसील में किसानों के साथ धरने पर बैठे। इसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती किसान नेता श्याम सिंह चाहर और उनके साथियों से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने किसान नेता श्याम सिंह चाहर से वार्ता कर उनके व अन्य साथियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने किसान नेता श्याम सिंह 4 से भूख हड़ताल तोड़ने का भी आग्रह किया जिससे इस लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ी जा सके लेकिन किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई ना होने तक भूख हड़ताल जारी रखने की बात कही।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश कांग्रेस किसान के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। उनका कहना था कि स्थानीय प्रशासन निरंकुश हो चुका है और सरकार किसानों की सुन नहीं रही है जिससे आज देश का अन्नदाता काफी परेशान है तो वहीं इस सरकार में भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के निर्देश पर मुझे यहां भेजा गया है। इस मामले में मुझसे रिपोर्ट मांगी गई है। मैं आज प्रियंका गांधी को रिपोर्ट दे दूंगा और बताऊंगा की इस आंदोलन में श्याम सिंह चाहर, राकेश सोलंकी, सावित्री चाहर तीन लोगों की स्थिति नाजुक बनी हुई है और वह जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इस रिपोर्ट को सौंपने के साथ ही उनसे आग्रह भी किया जाएगा कि वह किसानों की इस मांग को उठाएं। प्रदेश सरकार किसानों की मांग इसलिए नहीं मान रही है क्योंकि इनर रिंग रोड और लेदर पार भूमि अधिकरण घोटाले में ऊपर से लेकर नीचे तक के अधिकारी शामिल हैं। इस दौरान अनिल चौधरी ने किसान नेता श्याम सिंह को आश्वस्त किया कि वह इस लड़ाई में अकेले नहीं है, कांग्रेस भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुई है।
जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू ने कहा कि बहुत जल्द जिला कांग्रेस कमेटी सड़कों पर किसानों के समर्थन में आंदोलन करेगी। जिला प्रवक्ता अनुज शिवहरे ने कहा कि किसान इस देश की रीढ़ की हड्डी है लेकिन प्रदेश और केंद्र की सरकार इस रीड की हड्डी को तोड़ना चाहती है। एक तरफ भूमि अधिकरण घोटाले में किसान स्थानीय प्रशासन का शिकार हो रहे हैं तो दूसरी ओर कृषि बिल का विरोध कर रहे किसान केंद्र सरकार की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और किसानों को उनका हक दिलाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी।