आगरा। डिग्री के लिए छात्रों को कई सालों तक चक्कर लगवाने वाले डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने एक बार फिर लाखों छात्रों को मार्कशीट के साथ डिग्री देने का दावा किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन सत्र 2020-21 के लगभग डेढ़ लाख छात्रों को डिग्री देने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए छात्रों से डिग्री का शुल्क भी जमा कराया जा रहा है।
परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने बताया कि सत्र 2020-21 में स्नातक, परास्नातक, विधि, B.ed और आवासीय संस्थानों में अंतिम वर्ष के लगभग 1.41 लाख छात्र है। इनका मूल्यांकन कर परिणाम चरणबद्ध तरीके से जारी किया जा रहा है और मार्कशीट के साथ डिग्री देने पर भी निर्णय लिया गया है जिससे इस क्षेत्र में लंबित डिग्री का झंझट नहीं रहेगा। इसके लिए प्रत्येक छात्र से शुल्क के तौर पर ₹200 जमा कराए जा रहे हैं। इसके बाद छात्रों को डिग्री के लिए आवेदन नहीं करना होगा और पाठ्यक्रम पूरा होते ही उसके हाथों में डिग्री होगी।
आगरा विश्वविद्यालय का लाखों छात्रों को डिग्री देने का यह दावा पहली बार नहीं है, इससे पहले भी लंबित डिग्रियों की शिकायत पर विश्वविद्यालय के डिग्री विभाग में धूल खा रही लाखों डिग्रियों के वितरण होने का दावा किया था। कुछ सैकड़ों डिग्रियां वितरित करने के बाद यह व्यवस्था भी पटरी से उतर गई थी। अब देखना होगा कि पाठ्यक्रम समाप्त होने के बाद इन डेढ़ लाख छात्रों को मार्कशीट के साथ डिग्री देने का दावा पूरा हो पाता है या नहीं।