आगरा। जश्न ए आजादी के दिन स्वतंत्रता दिवस के पावन मौके पर आगरा की शाही जामा मस्जिद में तिरंगा फहराया जाने का मामला बहुत ज्यादा तूल पकड़ गया है। आपको बताते चलें कि तिरंगे का अपमान करने के एवज में इस्लामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन हाजी असलम कुरैशी ने न केवल शाही जामा मस्जिद से मुफ्ती ख़ूबेब रूमी को निष्कासित कर दिया बल्कि उनकी तहरीर पर थाना मंटोला पुलिस ने शहर मुफ़्ती और उनके बेटे को चार गंभीर धाराओं में नामजद किया है। इस प्रकरण पर एसएसपी आगरा ने पहले पूरे मामले की जांच सीओ एलआईयू के द्वारा कराई थी और जांच पूर्ण हो जाने के बाद थाना मंटोला पुलिस ने यह मुकदमा दर्ज किया।
जैसे ही यह खबर मंटोला क्षेत्र में फैली कि शहर मुफ़्ती के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है तो मानो जंगल में आग की लग गई। सोशल मीडिया पर असलम कुरैशी के विरोध में मुस्लिम समाज द्वारा पूरा बाजार बंद रखने और एक पैदल मार्च निकाले जाने का ऐलान किया गया था। उसी के तहत आज गुरुवार को मंटोला थाना क्षेत्र के रहने वाले मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोगों ने पैदल मार्च शुरू किया। यह पैदल मार्च मंटोला से लेकर जिला मुख्यालय आगरा तक था। विवाद ना बढ़े इसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया था। मार्च में शामिल लोग हाथों में तख्तियां लेकर चल रहे थे इन तख्तियों पर मुकदमा दर्ज कराने वाले चेयरमैन असलम कुरैशी के विरोध में नारे भी लिखे थे।
पैदल मार्च करते हुए यह लोग जिला मुख्यालय पहुंचे। जहां जिला प्रशासन आगरा को अपना ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने वाले मुस्लिम समाज के लोगों का आरोप था कि हाजी असलम कुरैशी ने तिरंगे का अपमान किया है। देशद्रोह के तहत हाजी असलम कुरैशी को गिरफ्तार किया जाए।