कोरोनावायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस वेरिएंट ( Delta Plus Variant) से संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद अब यूपी में अलर्ट जारी (Alert Issued) कर दिया गया है। हालांकि अभी यूपी में डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोई भी मरीज नहीं मिला है। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath) ने दूसरे राज्यों की सीमा से सटे जिलों में बाहर से आ रहे लोगों का सैंपल लेकर उसकी जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) भेजने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर भी पूरी सतर्कता बरती जाए। साथ ही कहा कि खतरनाक डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचाने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएं। वहीं विशेषज्ञों की सलाह है कि सिर दर्द , सर्दी जुखाम के कारण लगातार नाक बहने और गले में हो रही खराश को नजरअंदाज ना करें। डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक जो रोगी मिले हैं, उनमें यह लक्षण पाए गए हैं।
दरअसल, देश में कोरोना वायरस का एक नया रूप डेल्टा प्लस वैरिएंट सामने आया है, जिसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न कैटेगरी में डिफाइन किया गया है। महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब, जम्मू कश्मीर ,आंध्र प्रदेश , कर्नाटक और तमिलनाडु में अब तक इसके 40 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं मध्यप्रदेश के उज्जैन में डेल्टा प्लस वेरिएंट के एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। लेकिन बताया गया कि मरीज ने वैक्सीनेशन नहीं करवाया था जिसके चलते डेल्टा प्लस वेरिएंट ने उसे प्रभावित किया। जबकि अन्य 4 मरीज जो मध्यप्रदेश में एडमिट थे उनका वैक्सीनेशन हो चुका था इसलिए उन्होंने कोरोनावायरस ( Covid-19) के इस वेरिएंट को मात दे दी जिससे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक यह सुपर स्प्रेडर( Super Spreader) है।
बहरहाल कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर भारत से लेकर दुनियाभर की सरकारों और विशेषज्ञों ( Experts) को चिंता में डाल दिया है। अब वैज्ञानिक इसे भी असर करने के लिए उपाय तलाशने में जुटे हुए हैं। वहीं हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से कहा गया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट को मात देने के लिए वैक्सीनेशन ( Vaccination) जरूरी है। अलावा इसके मास्क को भी इसके खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल करना चाहिए।