भारत ( India) में कोरोना के कई वेरिएंट ( New Covid Variant) आने के बाद डेल्टा प्लस वेरिएंट ( Delta Variant) ने स्वास्थ्य मंत्रालय ( Health Ministry) की चिंता बढ़ा दी है। इस वैरिएंट को वेरिएंट ऑफ कंसर्न ( Variant of concern) यानी चिंता का कारण माना जा रहा है। भारत में अब तक 22 मामले डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामने आ चुके हैं। इन मरीजों में 16 मरीज महाराष्ट्र के हैं। बहरहाल स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एडवाइजरी ( Advisory) जारी कर दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के हिसाब से, कोरोना का कहर सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि भारत सहित करीब 80 देशों में मौजूद है। इसीलिए इस वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न श्रेणी में रखा गया है। बता दें वैरिएंट कितनी तेजी से फैल रहा है और उसका कितना प्रभाव है इसके आधार पर उसे श्रेणियों में विभाजित किया जाता है।कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत के अलावा अभी 9 देशों में देखने को मिल रहा है, जिसमें अमेरिका, यूके, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस शामिल हैं।
हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 16 मामले महाराष्ट्र के जलगांव और रत्नागिरी में मौजूद हैं। वहीं बाकी मामले केरल और मध्य प्रदेश में हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल राज्य को एडवाइजरी जारी कर दी है।
हेल्थ मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी ने कहा कि अभी यह वैरिएंट का मसला भले ही छोटा लग रहा है लेकिन हम नहीं चाहते कि यह बड़ा रूप ले। इसलिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है।हेल्थ मिनिस्ट्री ने आगे बताया कि कोरोना का कोई भी वैरिएंट हो उसे फैलने से रोकने और बचाव का तरीका एक ही है कि मास्क पहनें क्योंकि यह वेरिएंट मास्क में प्रवेश नहीं कर सकता।हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन डेल्टा वेरियंट के खिलाफ असरदार हैं।