Agra. बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर पिछले कुछ दिनों में शहर के जो हालात बद से बदतर हुए है वो किसी से छिपे नहीं है। ऊपर से प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते जा रहे मामलों के कारण जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के चेहरों पर भी चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है। सोमवार को भी कोरोना संक्रमण के जो मामले सामने आए उनमें भी कोई कमी दिखाई नहीं दी। सोमवार को जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार 469 नये केस दर्ज किये गए तो वही चार मौतें भी हुई।
कोरोना वायरस के बढते मामलों ने सभी को हिलाकर रख दिया है। कोरोना संक्रमण जिस तेजी के साथ बेकाबू होकर बढ़ रहा है उससे जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। इस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए भले ही जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कठोर कदम उठा रहा हो लेकिन सभी प्रयास विफल नजर आ रहे है। सोमवार को कोरोना के जो आंकड़े सामने आए उसने सभी के होश उड़ा दिए। सोमवार को कोरोना के नए मरीजों की संख्या ने 469 रही। इस दौरान कोरोना से चार लोगों की मौत हो गयी।
सोमवार को आगरा में कोरोना के 469 नए मरीज मिलने के साथ शहर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 2653 पहुंच गई है। अब कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13997 हो गई है। वहीं अब तक 11148 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। आगरा में अब तक 196 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं रिकवरी रेट घटकर 79.65 फीसदी हुई है। जनपद में अबतक 690166 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं।
देखते ही देखते एक सप्ताह में आगरा के हालात बेकाबू हो चले हैं। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन नहीं हैं। लोग अपने प्रियजन को लेकर इलाज के लिए भटक रहे हैं लेकिन इलाज न मिल पाने के कारण मौतें हो रही हैं। लोगों का आरोप है कि प्रशासन मृतकों की असली संख्या को छिपा रहा है क्योंकि विद्युत शवदाह गृह और ताजगंज मोक्षधाम में आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं जिस पर यकीन किया जाए तो जिला प्रशासन के आंकड़े बाजी का खेल समझ में आ जाएगा।