Agra. मंगलवार को आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग पर इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई डकैती का मामला भी थम भी नहीं पाया था कि थाना ताजगंज फतेहाबाद रोड कलाल खेरिया स्थित आर्यव्रत बैंक के लॉकर में रखी लाखों रुपए की ज्वैलरी गायब होने के मामले ने प्रशासन में फिर हड़कंप मचा दिया है। भले ही यह मामला कुछ दिन पुराना हो लेकिन बुधवार को पीड़ित परिवार सामने आया और उसने बैंक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इस घटना की जानकारी दी। पीड़ित परिवार ने पुलिस से इस संबंध में उचित कार्रवाई की भी मांग की है।
घटना थाना ताजगंज के फतेहाबाद रोड कलाल खेरिया स्थित आर्यव्रत बैंक की है। इस बैंक में पीड़ित नारायण सिंह का बैंक लॉकर है। पीड़ित ने बताया कि 23 नवंबर को बैंक जाकर उसने अपने लॉकर को ऑपरेट किया था और उसमें अपने सोने चांदी के लाखों रुपए के आभूषण रखे थे लेकिन 24 और 25 नवंबर को भी यह लॉकर ऑपरेट हुआ। 25 नवंबर को लॉकर खुला होने की सूचना अधिकारियों ने फोन से दी कि आपका लॉकर खुला हुआ है, आप अपनी लॉकर की चाबी लेकर बैंक आ जाएं। बैंक पहुंचने पर देखा कि लॉकर खुला हुआ है और लॉकर में रखे सोने चांदी के आभूषण गायब थे। लाखों रुपए के सोने के आभूषणों में सोने की नाक, गले का हार, सोने की चार चार चूड़ियां, एक जोड़ी बाजबंध और हाथों के कड़े थे तो वहीं चांदी के आभूषणों में पायल और कंदोनी थी।

पीड़ित ने बताया कि इस संबंध में बैंक के मैनेजर से वार्ता हुई तो उसका कहना था कि नारायण सिंह 25 तारीख को ठेला लेकर बैंक आए थे लेकिन जब उनसे सीसीटीवी फुटेज दिखाने के बारे में बात की गई तो उन्होंने ना-नुकुर करना शुरू कर दिया और सीसीटीवी फुटेज चेक नहीं कराए। इसके बाद फिर क्षेत्रीय पुलिस चौकी और क्षेत्रीय थाने में बैंक के लॉकर से गायब हुए सोने चांदी के आभूषणों की शिकायत की गई। इस संबंध में बैंक ने एक जांच कमेटी बैठाई है, उसके लिए आज बुलाया गया था लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
पीड़ित परिवार का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में बैंक का ही कोई कर्मचारी शामिल है अन्यथा कोई दूसरा कैसे लॉकर को ऑपरेट कर सकता है जबकि उसकी सारी जिम्मेदारी बैंक की होती है। फिलहाल पीड़ित ने पुलिस से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है जिससे बैंक लॉकर से गायब हुए उनके सोने चांदी के आभूषण वापस मिल सके।